गया जी. चैंबर कार्यालय पुरानी गोदाम में सेंट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स और मगध इंडस्ट्री एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में “मगध क्षेत्र के उद्योग और व्यापार पर संवाद” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बिहार राज्य उद्यमी एवं व्यवसायी आयोग के अध्यक्ष सुरेश रूंगटा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. अध्यक्षता चैंबर अध्यक्ष विपेंद्र अग्रवाल ने की, जबकि स्वागत भाषण डॉ. कौशलेंद्र प्रताप और विषय प्रवेश डॉ. अनूप केडिया ने किया. अतिथियों का स्वागत पुष्पमाला और पुष्पगुच्छ से किया गया. स्वागत भाषण में डॉ प्रताप और डॉ केडिया ने बताया कि चैंबर के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से व्यावसायिक प्रकोष्ठ की मांग की गयी थी. आज आयोग के प्रथम अध्यक्ष के रूप में गयाजी में स्वागत करना गौरव की बात है. मुख्य अतिथि सुरेश रूंगटा ने कहा कि आयोग अध्यक्ष के रूप में यह किसी भी चैंबर ऑफ कॉमर्स की पहली बैठक है. उन्होंने बिहार में नये उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के “बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पैकेज 2025” के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 2016 की पॉलिसी के तहत जिन आवेदकों ने आवेदन किया था लेकिन प्रोडक्शन शुरू नहीं हो पाया, वे पुनः 2025 की नयी योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं. जीएसटी रिफॉर्म को व्यापार के लिए लाभकारी बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे वस्तुओं की कीमत घटेगी और कारोबारियों को सहूलियत मिलेगी. वहीं डायरेक्ट टैक्स में लिमिट बढ़ने से अधिक लोग कर देंगे और सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी.
व्यापारियों को होगा लाभ
धन्यवाद ज्ञापन महासचिव सुनील कुमार ने किया. उन्होंने कहा कि इस परिचर्चा का निश्चित रूप से व्यापारियों को लाभ मिलेगा. कार्यक्रम में डॉ अनूप केडिया, डॉ कौशलेंद्र प्रताप, विपेंद्र अग्रवाल, सुनील कुमार, प्रेम नारायण पटवा, आलोक नंदन, अरविंद कुमार, राजेश झुनझुनवाला, ओमप्रकाश सेठ, राजू कुमार रवि, जय कुमार, गौतम कुमार वर्णवाल, अभिषेक भारद्वाज, बिनोद सुल्तानिया, प्रमोद भदानी, अशोक कुमार बरनवाल, बलजीत चंद्र, सतीश कुमार, विनय अग्रवाल समेत कई व्यापारी और उद्योगपति उपस्थित रहे.
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