जानकारी देते हुए बीटीएम रजनीश कुमार ने बताया कि विभाग से दस क्विटंल चना का बीज उपलब्ध कराया गया है. साथ ही वितरण के लिए सरसों के बीज भी मिले हैं. इसमें बेंगाबाद में चार क्लस्टर बनाये गये हैं. तेलोनारी पंचायत के महाचो, महुआर के हुंदरदतवा और सानी जांबाद, झलकडीहा पंचायत के जोगीडीह और बेंगाबाद पंचायत के मानसिंहडीह और हाड़ोडीह गांव का चयन किया गया है.
हर साल क्लस्टर बदले जा रहे हैं
चयनित गांवों के किसानों की सूची किसान मित्र ने तैयार की है. वितरण का कार्य एक सप्ताह में संपन्न करा लिया जायेगा. चयनित किसानों के आधार नंबर का ओटीपी से सत्यापन के बाद बीज बांटे जा रहे हैं. कहा : चना और सरसों की खेती कर किसानों को काफी लाभ होगा. कहा : विभाग इसकी नियमित मॉनीटरिंग कर रहा है. बताया कि प्रत्येक वर्ष क्लस्टर बदलकर बारी-बारी से अलग-अलग क्षेत्र के किसान लाभान्वित किये जा रहे हैं.
समय के बाद मिल रहे बीज की उपज होगी प्रभावित
इधर, बीज वितरण में विलंब होने की बात कही जा रही है. किसानों का कहना है कि चना और सरसों की खेती अक्तूबर से नवंबर के बीच बेहतर होती है. इस दौरान बीज मिलने से किसान ज्यादा लाभान्वित होते. काफी किसान अपने स्तर से बीज खरीद कर इसकी खेती कर रहे हैं. साथ ही विभाग की ओर से विलंब होने के कारण किसानों को परेशानी होगी और इसकी उपज भी प्रभावित होने का अंदेशा है. कहा : किसानों को अतिरिक्त सिंचाई करने की विवशता बढ़ जायेगी. किसानों के अनुसार विभाग को समय पर बीज उपलब्ध कराने की दिशा में पहल करनी चाहिए. फिलहाल बीज मिलने से किसानों को थोड़ी बहुत राहत जरूर मिल रही है.
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