रोहित कुमार सिंह, गया. जिले के अलग-अलग प्रखंडों के 10 ग्रामीण डाकघरों को कोर बैकिंग से जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. बताया जाता है कि डिजिटल इंडिया की मुहिम के तहत बैंकों की तर्ज पर अब डाक विभाग ने अपने ग्रामीण डाक सेवा केंद्रों को भी अपडेट करने की तैयारी शुरू कर दी है. सभी ग्रामीण डाक सेवा केंद्रों को कोर बैंकिंग से जोड़ने के लिए हर स्तर पर कामकाज शुरू किया गया, ताकि गांव के लोगों को डाक विभाग की हर योजना का लाभ समय सीमा के अंदर मिल सके. डाक विभाग अपने ग्राहकों को बैंक की तरह सुविधा देने के लिए हर योजना को घर तक पहुंचाने के लिए कमर कस चुका है. बताया जाता है कि विभाग द्वारा वर्ष 2023 में लगभग 20 से अधिक गांवों में ग्रामीण डाक सेवा केंद्र का उद्घाटन किया गया था. लेकिन, अब वर्ष 2025 में सभी डाक सेवा केंद्र को अपडेट करने के लिए डाक विभाग के अधिकारी जुटे हुए हैं.
कोर बैंकिंग से बढ़ेगी सुविधा
डाकघर में कोर बैंकिंग सुविधा आरंभ होने से ग्राहक किसी भी डाकघर में पैसा जमा करने के बाद किसी अन्य जगह के डाकघर से भी निकाल सकेंगे. लेकिन, जिस जगह के डाकघर से पैसे निकाले जाने हैं, वह डाकघर भी कोर बैंकिंग सुविधा से कनेक्ट होना जरूरी है. इसके अलावा डाकघरों में बचत खाता रखने वाले उपभोक्ता इंडिया पोस्ट डाकघर से एटीएम सुविधा का लाभ भी ले सकेंगे. रुपये निकालने के साथ ही वे संबंधित स्टेटमेंट भी ले सकेंगे. यह सुविधा डाक विभाग की ओर से नि:शुल्क है. डाकघरों में ऑनलाइन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग सुविधाएं भी जल्द शुरू होने पर डाकघर उपभोक्ता को बैंकों की तरह चेक बुक मिलेगा. उपभोक्ता को डाकघर में अपने बचत खाता को चेक करवाने के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.
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