गया. सीयूएसबी के विधि एवं प्रशासन विभाग द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और शिक्षा मंत्रालय के आइकेएस प्रभाग के सहयोग से इंडियन नॉलेज सिस्टम (भारतीय ज्ञान प्रणाली) पर आयोजित कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम का समापन हो गया. दिन की शुरुआत सीयूएसबी के यूजीसी सीबीपी-आइकेएस के कार्यक्रम निदेशक प्रो अशोक कुमार की देखरेख में मूल्यांकन एवं परीक्षा आयोजित की गयी, जिसमें सैद्धांतिक ज्ञान और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोग दोनों ही शामिल थे. समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा को केवल व्यक्तिगत विकास तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि समाज की प्रगति में योगदान देना चाहिए. उन्होंने समकालीन चुनौतियों के लिए आइकेएस आधारित समाधानों को लागू करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों को स्थानीय समुदायों से जोड़ने के महत्व पर बल दिया. शिक्षा के गहन उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य केवल नियोजन के बजाय मुक्ति, ज्ञान, नैतिक नेतृत्व और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना होना चाहिए. प्रो सिंह ने आज की दुनिया में सॉफ्ट पावर के महत्व को भी रेखांकित किया व कहा कि ज्ञान और विवेक सामाजिक परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण उपकरण हैं. उन्होंने शिक्षकों से शिक्षकों और छात्रों के बीच बढ़ती खाई को पाटने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि शिक्षक की भूमिका शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करने से आगे बढ़कर छात्रों को नैतिक और व्यक्तिगत विकास में मार्गदर्शन व मार्गदर्शन देने तक फैली हुई है. कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों के अभिनंदन के साथ हुआ, जिसके बाद छह दिवसीय कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके प्रयासों के लिए गणमान्य व्यक्तियों, संकाय सदस्यों और आयोजन समिति को धन्यवाद दिया गया. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि इस कार्यक्रम में देश भर के 25 उच्च शिक्षा संस्थानों (एमएमटीटीसी) के संकाय सदस्यों के साथ सीयूएसबी के प्राध्यापकों ने भाग लिया है.
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