बोधगया. मगध विश्वविद्यालय प्रशासन ने आंतरिक मूल्यांकन अंकों को समय पर न भेजने वाले कॉलेजों व स्नातकोत्तर विभागों के प्रति कड़ा रुख अपनाया है. विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के अनुसार कई संबद्ध व अंगीभूत कॉलेजों सहित कुछ स्नातकोत्तर विभागों ने अब तक अपने विद्यार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन अंक नहीं भेजे हैं. इस लापरवाही के कारण परीक्षाफल जारी करने में बाधा उत्पन्न हो रही है और छात्रों को अनावश्यक मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है. कुलपति प्रो एसपी शाही ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि समय सीमा के भीतर आंतरिक मूल्यांकन अंक नहीं भेजने वाले कॉलेजों व विभागों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी. इस सिलसिले में सबसे पहले स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग के सभी शिक्षकों की सैलरी अगले आदेश तक रोकने का आदेश जारी किया गया है, क्योंकि विभाग ने आंतरिक मूल्यांकन अंक निर्धारित समय सीमा के भीतर परीक्षा शाखा को उपलब्ध नहीं कराया. इतना ही नहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन को यह शिकायत भी प्राप्त हुई है कि भौतिकी विभाग के कुछ शिक्षकों ने जानबूझकर कुछ विद्यार्थियों को अनुचित तरीके से असफल घोषित किया है. इस गंभीर मामले पर संज्ञान लेते हुए कुलपति ने संबंधित शिक्षकों की सैलरी तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभागाध्यक्षों व महाविद्यालय प्राचार्यों को निर्देशित किया है कि वे समय से आंतरिक मूल्यांकन अंक परीक्षा विभाग को भेजें, ताकि परीक्षाफल घोषित किया जा सके और छात्रों का शैक्षणिक भविष्य प्रभावित न होने पाये. छात्रों के हितों व शिक्षा की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि शैक्षणिक अनुशासन और उत्तरदायित्व का उल्लंघन करने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जायेगा.
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