गया : बिहार में बाढ़ कैशवैन लूट के 24 घंटे बाद अपराधियों ने मंगलवार को बोधगया में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की गाड़ी से 25 लाख रुपये लूट लिये. मध्य विद्यालय, सिलौंजा के पास 12 से सवा 12 बजे के बीच हुई घटना के दौरान लुटेरों ने ड्राइवर को गोली मार दी. लेकिन, गाड़ी में मौजूद बैंक के कैशियर चंद्रदेव की दिलेरी के कारण पुलिस ने तीन घंटे के अंदर ही जिले के फतेहपुर से पांचों लुटेरों को पकड़ लिया और उनके पास से लूटे गये 25 लाख रुपये बरामद कर लिये. डीआइजी सौरभ कुमार ने लुटेरों को पकड़नेवाले पुलिसकर्मियों और कैशियर को पुरस्कृत करने का एलान किया है. पिछले नौ दिनों में प्रदेश में कैशवैन लूट की यह तीसरी घटना है.
जानकारी के मुताबिक, मोहनपुर प्रखंड स्थित पीएनबी की इटवां शाखा के कैशियर चंद्रदेव गया शहर स्थित पीएनबी से अपनी ब्रांच के लिए 25 लाख रुपये लेकर एक प्राइवेट एंबेसडर कार से जा रहे थे. इस दौरान कार सिलौंजा के पास पहुंची, तो बिना नंबर प्लेटवाली एक स्विफ्ट डिजायर कार ने एंबेसडर को ओवरटेक कर रुकवाया. इसके बाद स्विफ्ट कार से पांच अपराधी निकले और एंबेसडर के ड्राइवर छोटे प्रसाद से डिक्की की चाबी मांगी. पर, उसने मना कर दिया. इस पर एक अपराधी ने उससे चाबी छीनने का प्रयास किया और छोटे प्रसाद की जांघ में दो गोलियां मार दीं. इसके बाद चाबी निकाली और एंबेसडर की डिक्की खोल कर रुपये से काले रंग का बैग उठा लिया. फिर, अपराधी अपनी गाड़ी से भाग निकले.
सिटी एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि पकड़े गये लुटेरों के पास एक पिस्टल, दो कट्टे, 14 कारतूस और लूट के पैसे बरामद कर लिये गये हैं. सभी अपराधियों से पूछताछ की जा रही है. घायल ड्राइवर छोटे प्रसाद को मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भरती कराया गया है. उसके पैर मेें दो गोलियां लगी हैं.
पकड़े गये लुटेरों में तीन पटना के
गया के सिटी एसपी अवकाश कुमार बताया कि गिरफ्तार लुटेरों में पटना के राकेश कुमार (राजेंद्र नगर) पिंकू व पिंटू, जहानाबाद का मोंटी और भोजपुर का अंकित कुमार शामिल है.
कैशियर को पुरस्कृत करने कोलिखेगीपुलिस
बैंक के कैशियर चंद्रदेव की भूमिका काफी सराहनीय रही है. उन्हीं की बदौलत पुलिस लुटेरों को तीन घंटे के अंदर पकड़ सकी. कैशियर की बहादुरी व कर्तव्यनिष्ठा का उल्लेख करते हुए पुलिस बैंक के अधिकारी को उन्हें उचित सम्मान देने के लिए लिखेगी. जिस बाइक सवार के साथ कैशियर ने लुटेरों का पीछा किया, उसे भी पुलिस उचित सम्मान देगी.
सौरभ कुमार, डीआइजी, मगध क्षेत्र
