टिकारी : बुधवार को अनुमंडल कार्यालय के सभागार में एसडीओ मनोज कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुपोषण मुक्त क्षेत्र बनाने को लेकर संकल्प लिया गया. और इसकी रूपरेखा तैयार की. बैठक की शुरुआत लोगों को सही पोषण देश रोशन की शपथ के साथ हुई.
Advertisement
पौष्टिक आहार की बात हर घर पहुंचाएं, ताकि भागे कुपोषण
टिकारी : बुधवार को अनुमंडल कार्यालय के सभागार में एसडीओ मनोज कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुपोषण मुक्त क्षेत्र बनाने को लेकर संकल्प लिया गया. और इसकी रूपरेखा तैयार की. बैठक की शुरुआत लोगों को सही पोषण देश रोशन की शपथ के साथ हुई. इस दौरान एसडी मनोज कुमार ने पोषण के पांच […]
इस दौरान एसडी मनोज कुमार ने पोषण के पांच मूल मंत्र यानी जीवन के प्रथम 1000 दिन, एनिमिया मुक्त, स्वच्छ पेयजल, डायरिया मुक्त, स्वच्छ पेयजल और पौष्टिक आहार की बात हर घर तक पहुंचाए जाने पर जोर दिया.
उन्होंने बैठक के दौरान यह भी बताया की पोषण अभियान को व्यवहार परिवर्तन के रूप में लाने की बात से अवगत कराया. एसडीओ मनोज ने कहा कि पोषण अभियान में शिक्षा, स्वास्थ्य, सहित कई विभाग से समन्वय स्थापित कर अभियान को तेज किये जाने का निर्देश दिया. और प्रतिदिन किये जा रहे कार्यो से संबंधित प्रतिवेदन एसडीओ कार्यालय को सौंपने की बात बताया.
बैठक को संबोधित करते हुए सीडीपीओ डॉ श्वेता सिंह ने कहा कि कुपोषण पर पोषण का प्रचार इतना हो कि हर घर में स्वच्छता का अलख जगे इस अभियान के तहत सभी बच्चों, किशोरियों, महिलाओं,धात्री व आम जनमानस में जागरूकता लाना है.
वहीं दूसरी ओर पोषण अभियान को लेकर क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाये जाने को लेकर हस्ताक्षर अभियान कार्यक्रम की शुरुआत एसडीओ मनोज कुमार,अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार सिंह, सीडीपीओ डॉ श्वेता सिंह ने हस्ताक्षर बनाकर किया, अंश परियोजना से जुड़े अमित शंकर, शैलेंद्र कुमार, कविता कुमारी, ज्योत्सना कुमारी,अनुपमा कुमारी,नीलम कुमारी के अलावे अनुमंडल क्षेत्र के कोच,गुरारू,परैया व टिकारी प्रखंड की महिला पर्यवेक्षिका के अलावे कई विभाग के पदाधिकारी आयोजित बैठक में मौजूद थे.
परैया. प्रखंड के मुख्य बाजार में बुधवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं व पर्यवेक्षिकाओं के नेतृत्व में पोषण अभियान के अंतर्गत रैली निकाली गयी. बाल विकास परियोजना कार्यालय से चल कर परैया मुख्य बाजार व उतरी बाजार सहित थाना रोड में रैली को घुमाया गया.
जिसमें जच्चा-बच्चा के सही पोषण को लेकर नारे लगाये गये. सही पोषण तो देश रोशन के नारे के साथ बच्चों को कुपोषण से बचाने व छह माह से छह वर्ष तक के बच्चों के शारीरिक वृद्धि की निगरानी करने की अपील की. रैली में पर्यवेक्षिका मेघा कुमारी सहित सोलरा व मंगरावां पंचायत की सेविका शामिल हुई.
डुमरिया : प्रखंड परिसर डुमरिया के मनरेगा भवन में बाल विकास परियोजना कार्यालय द्वारा परियोजना पदाधिकारी डुमरिया के आदेशानुसार पोषण अभियान के तहत पोषण मेले का आयोजन किया गया.
मेले में प्रखंड की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका,सहायिकाओं व परियोजना कार्यालय की महिला पर्वेक्षिकाओं ने भाग लिया. बाल विकास परियोजना पदाधिकारी डुमरिया मंजू कुमारी, अंचल अधिकारी डुमरिया अरविंद कुमार चौधरी व जिला पार्षद सदस्य कृष्णा दास ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
मेले में उपस्थित सेविका-सहायिकाओं व अन्य लोगों को कुपोषण के बारे में जानकारी दी. साथ ही कुपोषण से बचाओ की जानकारी दी. साथ ही साथ परियोजना पदाधिकारी ने सेविकाओं को निर्देश दिया कि आप सब अपने-अपने आंगनवाड़ी केंद्रों पर मेले का आयोजन कर जनता व लाभुकों के बीच कुपोषण के बारे में जानकारी दी. मेले में गणेश प्रसाद, राजकुमार के अलावा अन्य सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे.
इमामगंज. प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर में पोषण अभियान के तहत मेले का आयोजन किया गया. इस मेले का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी जय किशन ने किया. मेले में सभी प्रकार की सब्जी व सलाद की प्रदर्शनी लगायी गयी.
मेले में आयी ग्रामीण महिलाओं को बीडीओ व सीडीपीओ ने कुपोषण से बचने के लिए आयरन युक्त सब्जियों व प्रोटीन के लिए दाल के सेवन की सलाह दी. इसके साथ ही शुद्ध पेयजल का उपयोग करने के बारे में बताया गया. उन्होंने बताया कि भोजन से पहले व भोजन के बाद और शौच के बाद अच्छी तरह से हाथ की सफाई जरूरी है. मेले से पहले इमामगंज बाजार में सेविकाओं और साहित्यकारों के द्वारा जागरूकता रैली निकाली गयी.
कुपोषण से लड़ने की तैयारी में जुटा स्वास्थ्य विभाग
गया : जिले में सुपोषण को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है. कुपोषण से लड़ने के लिए आइसीडीएस के साथ अब स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी पूरी कर ली है. इसको लेकर कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति मनोज कुमार ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखकर इस संबंध में विशेष कैंप का आयोजन करने का निर्देश दिया है.
पत्र के माध्यम से बताया गया कि भारत सरकार वर्ष 2022 तक देश में कुपोषण की दर में सुधार के लिए संकल्पित है. इसको लेकर भारत सरकार द्वारा पोषण( प्राइम मिनस्टिर ओवररिचिंग स्कीम फॉर होलस्टिकि नरिशमेंट) का प्रारंभ किया गया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शून्य से छह वर्ष उम्र तक के सभी बच्चों व गर्भवती महिलाओं के पोषण में सुधार लाना है.
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी किशलय शर्मा आईसीडीएस ने बताया कि डायरिया बाल कुपोषण को बढ़ावा देता है. साथ ही शिशु मृत्यु दर में डायरिया का भी अहम योगदान माना जाता है. इसको ध्यान में रखते हुए पोषण माह के दौरान जिले के स्वास्थ्य संस्थानों, आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ बाजार, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर कैंप का आयोजन किया जायेगा.
इसके माध्यम से सघन दस्त पखवाड़ा के दौरान छूटे हुए सभी घरों का दौरा किया जायेगा. प्रत्येक ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस सत्रों पर जिंक तथा ओआरएस की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध करायी जायेगी. आशा द्वारा छह से आठ घरों के सदस्यों के संग बैठकर ओआरएस घोल बनाने की विधि का प्रदर्शन किया जायेगा. साथ ही साफ-सफाई व हाथ धोने के तरीके पर जानकारी प्रदान की जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement