गया : शहर के सभी 53 वार्डों में नालियों की सफाई का काम पूरी तरह ठप पड़ा है. इसके कारण नालियों में गंदगी बजबजा रही है वहीं मौसमी बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. लेकिन इसे लेकर नगर निगम प्रशासन गंभीर नहीं है. यह स्थिति तब है जब पितृपक्ष मेले का समय नजदीक आ रहा है.
Advertisement
एडवांस राशि के लंबित भुगतान ने नालों की सफाई पर लगाया ब्रेक
गया : शहर के सभी 53 वार्डों में नालियों की सफाई का काम पूरी तरह ठप पड़ा है. इसके कारण नालियों में गंदगी बजबजा रही है वहीं मौसमी बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. लेकिन इसे लेकर नगर निगम प्रशासन गंभीर नहीं है. यह स्थिति तब है जब पितृपक्ष मेले का समय […]
हालांकि इसके पूर्व भी नालियों की सफाई का काम प्रभावित हुआ था. गौरतलब है कि शहर के सभी 53 वार्डों में 298 नाले हैं. इसमें से अभी तक महज 132 नालों की ही सफाई हो सकी है. जबकि 166 नालों की सफाई होना बांकी है.
असल में नगर निगम में सीएफएमएस सिस्टम शुरू हुआ है. इस कारण नगर निगम के सभी वित्तीय कार्य प्रभावित हुए हैं. इस सिस्टम को ऑपरेट करने में आ रही तकनीकी दिक्कतों को कुछ हद तक दूर भी किया गया है, लेकिन जमादारों को नाला सफाई के लिए एडवांस राशि का भुगतान समय से नहीं हो पा रहा है.
नतीजा मई में जिस तेजी से नालों की सफाई का काम शुरू हुआ था वह कुछ ही दिनों के अंदर प्रभावित होने लगा. क्योंकि ज्यादातर जमादारों ने नाला सफाई के लिए बाजार से पैसा उधार लिया था.
नाला सफाई में लगे मजदूर रोजाना पैसों की मांग करते, ऐसे में कई बार नाला सफाई का काम जैसे तैसे करवाया गया. नगर निगम की स्वास्थ्य शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार कई जमादारों ने पूर्व के लंबित भुगतान के कागजात जमा करा दिये हैं. उनका कहना है कि जब तक पैसा नहीं मिल जाता कोई मजदूर काम करने को तैयार नहीं है.
क्या है मौजूदा स्थिति
वार्ड नंबर एक में पांच में से दो नाला की सफाई हो चुकी है. वार्ड दो में चार में तीन, वार्ड तीन में 14 में 11, वार्ड चार में चार में दो,वार्ड पांच में तीन में तीन, वार्ड छह में चार में दो, वार्ड सात में चार में तीन, वार्ड आठ में सात में तीन, वार्ड नौ में दो में एक, वार्ड 10 में सात में एक, वार्ड 11 में नौ में पांच, वार्ड 14 में नौ में दो, वार्ड 15 में छह में एक, वार्ड 16 में चार में दो, वार्ड 17 में 13 में पांच, वार्ड 19 में नौ में छह, वार्ड 20 में 13 में एक, वार्ड 21 में नौ में चार, वार्ड 22 में आठ में तीन, वार्ड 23 में छह में दो, वार्ड 24 में आठ में चार, वार्ड 25 में चार में दो, वार्ड 26 में पांच में दो, वार्ड 27 में छह में एक, वार्ड 28 में तीन में एक, वार्ड 30में सात में छह, वार्ड 31 में तीन में दो, वार्ड 32 में दो में एक, वार्ड 36 में चार में तीन, वार्ड 37 में चार में तीन, वार्ड 38 में छह में तीन, वार्ड 39 में तीन में तीन, वार्ड 41 में पांच में एक, वार्ड 42 में सात में चार, वार्ड 43 में तीन में एक, वार्ड 44 में चार में एक, वार्ड 45 में सात में पांच, वार्ड 46 में दो में दो, वार्ड वार्ड 47 में पांच में पांच, वार्ड 48 में चार में तीन, वार्ड 49 में 10 में 10, वार्ड 50 में छह में दो, वार्ड 51 में आठ में सात, वार्ड 52 में छह में दो व वार्ड 53 में छह में दो नालों की सफाई हुई है.
बड़े नालों की स्थिति
नाले का नाम सफाई प्रतिशत में
एकबाल नगर नाला 50 फीसदी
कुजापी नाला 50 फीसदी
कुजापी नाला 60 फीसदी
पइन नाला 30 फीसदी
मनसरवा नाला 75 फीसदी
बॉटम नाला 77 फीसदी
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
नालों की सफाई को लेकर बुधवार को निगम सभागार में विशेष बैठक रखी गयी है. हमारी पूरी कोशिश होगी कि नालों की सफाई का काम जल्द से जल्द पूरा हो सके.
वीरेंद्र कुमार, मेयर गया
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement