बिहार विधानसभा का बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को आरजेडी विधायक मुकेश यादव गंगाजल लेकर सदन में पहुंचे. यहां उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान गंगा के गंदे पानी का मुद्दा उठाया. मुकेश ने सदन में कहा कि गंगा का पानी नहाने लायक भी नहीं. 33 स्थानों पर गंगा जल की जांच हुई है जिसमें टोटल कोलीफॉर्म जीवाणु की संख्या मानक से अधिक हो चुकी है. सरकार गंगा जल की शुद्धता के लिए कौन सी कार्रवाई करने का विचार रखती है? इस पर बीजेपी के कोटे से मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि गंगा को साफ करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है. रातों-रात ये समस्या खत्म नहीं हो सकती है.

‘सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने के बाद खत्म होगी समस्या’, प्रभारी मंत्री
आरजेडी विधायक की तरफ से गंगा की सफाई का मुद्दा उठाने पर जवाब देने के लिए प्रभारी मंत्री सुनील (बीजेपी) सामने आए. उन्होंने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है. जब बन जाएगा तब इसकी समस्या खत्म हो जाएगी. विपक्ष के आरोप पर कि कब तक गंगा स्वच्छ होगी? इस पर मंत्री ने कहा रातों-रात ये समस्या खत्म नहीं हो सकती है. चरणबद्ध तरीके से इस समस्या को दूर किया जाएगा.
आरजेडी विधायक ने विधानसभा परिसर में किया प्रदर्शन
दूसरी ओर सदन शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में आरजेडी के विधायकों ने प्रदर्शन किया. बैनर पोस्टर और हाथों में झुनझुना लेकर बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. आरक्षण के मुद्दे को उठाया. आरजेडी की मांग है कि बिहार सरकार बढ़े हुए आरक्षण को फिर से पास करे और नौवीं अनुसूची में डलवाए. बता दें कि महागठबंधन सरकार में बिहार में जातीय सर्वे हुआ था. उसके बाद आरक्षण का दायरा बढ़ा था. आरक्षण को 65% कर दिया गया था. हालांकि पटना हाईकोर्ट ने इसे रद्द कर दिया था.
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