Darbhanga News: दरभंगा. नगर निगम स्वच्छता व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए सरकार गाइडलाइन की खुद ही खुलेआम धज्जी उड़ा रहा है. खुले वाहनों से कचरों की ढुलाई करता है, जिससे डंपिंग ग्राउंड तक कचरा बिखरता रहता है. इससे साफ-सफाई व्यवस्था स्वभाविक रूप से प्रभावित हो रही है. वहीं प्रदूषण भी बढ़ रहा है. ढाला विहीन व खुले वाहनों में कचरा ढोने के कारण यह समस्या हो रही है. आलम यह है कि सूखा व गीला कचरा के लिए उपयोग में आने वाला टीपरों को भी ट्रैक्टर ढाला के स्वरूप में बदलकर सिस्टम का माखौल उड़ा रहा है. पूरी राहत कूड़ा लदे वाहनों से उठते सड़ांध से राहगीराें का सांस लेना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कचरा वाहनों पर काम करने वालों की स्थिति का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है.
फिर से फैल जाती गंदगी
ट्रैक्टर ढाला के पीछे का हिस्सा नहीं रहने के कारण कचार प्वाइंट से डंपिंग ग्राउंड तक सड़क पर कूड़ा गिरता जाता है. इससे सफाई के बाद फिर से गंदगी फैल जाती है. वाहनों पर लोड कचरा में ईंट आदि टुकड़े भी रहते हैं. इस वजह से पीछे चल रहे वाहन चालकों काे अधिक समस्या होती है.केवल उठता रहा मुद्दा
वर्ष 2017 से लगातार स्थायी समिति व सामान्य बोर्ड की बैठकों में कचरा लदे वाहनों को ढकने के लिए तिरपाल उपलब्ध कराने का मुद्दा उठता रहा है, लेकिन कार्रवाई अब तक शून्य ही है. 2020 में कोरोना काल के दौरान इक्का-दुक्का वाहनों को जरूर ढका गया था. इसके बाद फिर से स्थिति जस की तस हो गयी है.कहती हैं अभियंता
मामला संज्ञान में आया है. खुले वाहनों के बाबत संबंधित कर्मियों को निर्देश दिया गया है.
-अणिमा भारती, यांत्रिक अभियंताडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है