Darbhanga News: दरभंगा. पुत्री की शादी मुफ्ती साहब अनवर से नहीं करने की वजह से सुपारी देकर सिंहवाड़ा में शिक्षक मंसूर आलम की हत्या करायी गयी थी. पुलिस ने दो सुपारी किलर को गिरफ्तार करने के साथ ही मामले का उद्भदेन कर दिया है. गिरफ्तार बदमाशों की पहचान सीतामढ़ी जिले के बतरौली निवासी छोटू उर्फ दिवेश कुमार व बठौल निवासी साधु राय उर्फ अंकित कुमार के रूप में हुई है. इनके पास से घटना में प्रयुक्त बाइक, छोटू के घटना के दौरान पहना हुआ टी-शर्ट व पांच मोबाइल बरामद की गयी है. सोमवार को अपने कार्यालय में मीडिया को जानकारी देते हुए एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि घटना के बाद मामले के उद्भेदन के लिए नगर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार व सदर एसडीपीओ टू ज्योति के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. अनुसंधान के क्रम में पता चला कि मृतक की दूसरी पुत्री मुजफ्फरपुर के औराई थाना अंतर्गत जंगोलिया मिश्रौलिया मदरसा में पढ़ाती थी. वहां के मुफ्ती साहब अनवर उससे शादी करना चाहते थे. शिक्षक मंसूर आलम ने अपनी पुत्री की शादी दूसरी जगह तय कर दी थी. इसी वजह से उसकी हत्या की बात सामने आयी है.
दो लाख में दी गयी थी सुपारी
एसएसपी ने बताया कि मुफ्ती ने दो लाख में हत्या की सुपारी दी थी. एक लाख अग्रिम भुगतान किया गया था. एसएसपी ने बताया कि एक अन्य भी इस कांड में शामिल है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. मुफ्ती ने हत्या की सुपारी दी थी. दोनों की गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर के रामपुर थाना के कोरोलिया से की गयी है.
मुफ्ती का डीएमसीएच में चल रहा इलाज
एसएसपी ने बताया कि मुफ्ती को पूछताछ के लिए थाना लाया गया था. उसका स्वास्थ्य खराब हो गया. वह हार्ट संबंधी बीमारी से ग्रसित है. इलाज के लिए उसे डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
28 मई को की गयी थी हत्या
मधुबनी के बलिया निवासी शिक्षक मंसूर आलम की 28 मई की अहले सुबह गोली मारकर जाले में स्कूल जाने के दौरान हत्या कर दी गयी थी. उनका शव भरवाड़ा-कमतौल पथ से बरामद किया गया था. वे प्राथमिक विद्यालय नासिरगंज में शिक्षक थे. किराये का मकान लेकर जाले में रहते थे.
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