Darbhanga News: सिंहवाड़ा. रामनवमी जुलूस के दौरान दरभंगा- मुजफ्फरपुर फोरलेन पर कंसी में जाम कर गाड़ियों को क्षतिग्रस्त करने के मामले में सिमरी पुलिस ने 36 लोगों को नामजद किया है. वहीं 45 अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया है. सिमरी थाना क्षेत्र के कंसी में रामनवमी के दिन निकले जुलूस में बज रहे डीजे को पुलिस प्रशासन द्वारा हटवा दिए जाने के विरोध में फोरलेन को जाम कर उपद्रव करने के मामले में दंडाधिकारी सह मनरेगा पीओ यशवंत कुमार ने यह एफआइआर दर्ज कराया है. इसमें कंसी के रंजीत महतो, मनोज सहनी, सुमन कुमार, राजकिशोर सहनी, धर्मेन्द्र भगत , उदय भगत, पप्पू भगत सहित 36 नामजदों पर पीओ ने आरोप लगाया है कि तेज आवाज में बज रहे डीजे से गांव वाले असहज महसूस कर रहे थे. सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष मनीष कुमार के साथ मौके पर जाकर तेज आवाज में बज रहे डीजे को स्थानीय लोगों के सुपुर्द कर दिया. इसके बाद शाम छह बजे 70 से 80 की संख्या में लोग हाथ में लाठी, डंडा, तलवार व फरसा लेकर एनएच 27 के दोनों लेन को जाम कर दिया. इस कारण सड़क के दोनों लेन में वाहनों की लंबी कतार लग गई. उपद्रवी प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए नारेबाजी कर सिमरी थानाध्यक्ष के तबादले की मांग करने लगे. स्थिति को काबू से बाहर होता देख मब्बी, सिंहवाड़ा और सदर थाने के पुलिस पदाधिकारियों के साथ क्यूआरटी टीम पहुंची. पुलिस के द्वारा जब सख्ती की गई तो उपद्रवी हिंसक रूप लेते हुए जाम में फंसे लोगों के वाहनों के शीशे तोड़ने लगे. एक वाहन पर लदी सब्जियों को भी लूट ली. नाजायज मजमा बनाकर हरवे हथियार से लैस होकर उच्च पथ 27 को घंटों जाम किया गया. इस दौरान जीवन रक्षक एम्बुलेंस को भी जाने के लिए रास्ता नहीं दिया गया. पुलिस कार्य में बाधा पहुंचाकर यात्रियों का जीवन संकट में डाल प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की गई. सिमरी थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि एफआइआर दर्ज किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है