कोलकाता, वाराणसी तथा रांची में विमानों का हुआ आपात लैंडिंग
पूरी तरह ठप रहा दरभंगा हवाई अड्डा से विमानों का परिचालन
दरभंगा. घने कोहरे तथा लो विजिबिलिटी के कारण शुक्रवार को दरभंगा हवाई अड्डा पर अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न हो गई. दरभंगा हवाई अड्डा पर उतरने वाले पांच विमान घंटों आसमान में चक्कर लगाते रहे. विमान में सवार सैकड़ों यात्रियों की इस दौरान सांसें हवा में अटकी रही. दृश्यता बेहद कम होने और कैट- टू लाइटिंग सिस्टम उपलब्ध नहीं होने के कारण एक भी विमान को यहां उतरने की अनुमति नहीं दी गयी. बताया गया कि मौसम की प्रतिकूलता के मद्देनजर तीन विमानों की आपात लैंडिंग कोलकाता, एक की वाराणसी तथा एक विमान की रांची में लैंडिंग करानी पड़ी. शुक्रवार को दरभंगा से विमानों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा.कोलकाता से दरभंगा को उड़ा विमान वापस वहीं किया लैंड
गंतव्यों तक नहीं पहुंचने से परेशान दिखे यात्री
दरभंगा की जगह दूसरे शहरों में विमानों की लैंडिग ने यात्रियों को परेशान कर दिया. विभिन्न हवाई अड्डे पर यात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला. कई यात्री गंतव्य तक नहीं पहुंच पाने से नाराज दिखे, तो कई को घंटों तक अनिश्चितता का सामना करना पड़ा. खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार यात्रियों को सबसे अधिक दिक्कतें हुई. इधर, सूचना के अभाव में यात्रियों को काउंटरों के चक्कर लगाने पड़े. एयरलाइंस कर्मियों को भी स्थिति संभालने में मशक्कत करनी पड़ी.हवाई यातायात को लो- विजिबिलिटी ने लगाया ब्रेक
जानकारी के अनुसार लो- विजिबिलिटी के कारण दरभंगा से विमानों का परिचालन पूरी तरह शून्य रहा. न तो कोई आगमन संभव हो सका और न ही प्रस्थान. इससे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु समेत अन्य महानगरों की उड़ानों पर सीधा असर पड़ा. कई यात्रियों ने बताया कि आगे की कनेक्टिंग फ्लाइट्स भी उनकी छूट गईं. जानकारों के मुताबिक सर्दी में कोहरे की समस्या को देखते हुए कैट- टू या उससे उन्नत लाइटिंग सिस्टम की दरभंगा जैसे व्यस्त हवाई अड्डे पर नितांत आवश्यकता है. इसके अभाव में हर साल कोहरे के मौसम में उड़ानों के संचालन में बाधा उत्पन्न होती आ रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

