दरभंगा. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ ने नौ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से विवि में धरना, प्रदर्शन, घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन शुरू कर दिया है. कर्मचारियों ने उपस्थिति बनाकर धरना की शुरुआत विवि मुख्यालय के मुख्य भवन के बरामदे पर की. विवि प्रशासन की ओर से जब उन्हें उस जगह पर आंदोलन से रोका गया, तो उग्र होकर वे लोग कुलपति कार्यालय के गेट के बाहर घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन शुरू कर दिया. कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय वार्ता के बाहर निकले. संतोषजनक वार्ता नहीं होने पर कर्मियों ने धरना जारी रखा. इसके पूर्व कर्मचारियों ने कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कर सभी शाखाओं को बंद कर दिया. मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की.
मांग पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
संघ के विवि अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार झा एवं सचिव सुनील कुमार सिंह ने कहा कि उनकी मांगों में डीए के अन्तर राशि, एसीपी-एमएसीपी, सातवें वेतन की अन्तर राशि का भुगतान, वर्दी एवं धुलाइ भत्ता, अनुकम्पा पर नियुक्ति, प्रोन्नति, कार्यालयीय व्यवस्था एवं उसके अनुरूप कार्य संचालन, सेवानिवृति लाभ का भुगतान, 2016 से राज्य सरकार द्वारा किस मद में कितनी राशि उपलब्ध करायी गयी, इसकी जानकारी की मांग की है. जब तक मांग पूरी नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा. कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मांगों पर पहल नहीं की. टालमटोल का रवैया अपना रहा है.
अन्य संगठनों ने आंदोलन को दिया समर्थन
आंदोलन को शैक्षणिक संघ द्वारा भी समर्थन दिया गया है. आंदोलन में अध्यक्ष व सचिव सहित प्रवक्ता डॉ रविंद्र कुमार मिश्र, रंजीत कुमार ठाकुर, कुंदन कुमार भारद्वाज, सुशील कुमार झा, शैक्षणिक संघ से कन्हाई मिश्र, पवन कुमार मिश्र, शैलेन्द्र मोहन झा, उमेश झा आदि शामिल थे. धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों के समर्थन में सम्बद्ध उपशास्त्री व शास्त्री कालेजों के शिक्षाकर्मी भी आ गये. इसके अलावा सम्बद्ध कालेजों के सेवानिवृत्त कर्मी भी धरना पर बैठे. सम्बद्ध कालेज कर्मियों की मांगों में सांतवे वेतन की अंतर राशि समेत बकाए डीए की अंतर राशि का भुगतान करने, लंबित प्रोन्नति देने, एसीपी व एमएसीपी का लाभ आदि शामिल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है