Darbhanga News: दरभंगा. डब्ल्यूआइटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भ्रम: कारण और परिणाम ” विषय पर निदेशक प्रो. अजयनाथ झा की अध्यक्षता में सेमिनार का आयोजन किया गया. विषय विशेषज्ञ डॉ संतोष कुमार ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रणालियां कभी-कभी तथ्यहीन या गलत जानकारी भी दे सकती है. इसके उपयोग में सावधानी बरतने की जरूरत है. एआइ का विवेकहीन उपयोग खतरनाक है. यह भ्रम उत्पन्न कर सकता है. सीमित डेटा प्रशिक्षण, पूर्वाग्रहपूर्ण मॉडलिंग या जटिल उपयोगकर्ता इनपुट आदि इसके कारण हो सकते हैं. डॉ कुमार ने छात्रों को उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि एआइ का विवेकहीन उपयोग किस प्रकार भ्रम उत्पन्न कर सकता है. यह कितना खतरनाक हो सकता है, विशेष रूप से हेल्थकेयर, शिक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और न्याय जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में. पीपीटी के माध्यम से इसके सामाजिक, शैक्षणिक और तकनीकी परिणामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
नवीन विषयों पर आगे भी होगा सेमिनार
निदेशक प्रो. झा ने कहा कि इस प्रकार के सेमिनार छात्रों के ज्ञानवर्धन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इससे तकनीकी जागरूकता बढ़ती है एवं शैक्षणिक वातावरण मजबूत होता है. उप कुलसचिव डॉ प्रियंका राय ने कहा कि छात्राओं के हित में नवीन विषयों पर विशेषज्ञों के माध्यम से आगे भी सेमिनार आयोजित किए जाएंगे. मौके पर संस्थान के प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्राएं उपस्थित रहे. अंत में प्रश्नोत्तर सत्र हुआ. इसमें छात्राओं ने विषय से संबंधित जिज्ञासा व्यक्त की, जिसका निराकरण विशेषज्ञ ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है