Darbhanga News: सदर. दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में शनिवार को खादी, उद्यमिता एवं एमएसएमइ: आत्मनिर्भर भारत की ओर विषयक संवाद सत्र का आयोजन किया गया. इसमें बतौर मुख्य वक्ता खादी व ग्रामोद्योग आयोग सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक डॉ एम हनीफ मेवाती ने कहा कि उद्यमिता आज सिर्फ रोजगार का साधन नहीं, बल्कि राष्ट्रसेवा का एक माध्यम है. जब युवा खुद का व्यवसाय शुरू करता है तो वह केवल अपने लिए नहीं, बल्कि कई लोगों के लिए आजीविका का माध्यम बनता है. यही असली आत्मनिर्भरता और राष्ट्रनिर्माण है. उन्होंने खादी के ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व को रेखांकित करते हुए छात्रों को नवाचार व तकनीकी ज्ञान का उपयोग करके स्टार्टअप की ओर अग्रसर होने के लिए प्रोत्साहित किया. कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में युवा तकनीकी विशेषज्ञों की भूमिका निर्णायक होगी. वहीं केवीआइसी के उपनिदेशक डॉ एसके भूइयां ने भी एमएसएइ मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं, ऋण सहायता, प्रशिक्षण कार्यक्रमों व उद्यमशीलता विकास के अवसरों की जानकारी दी. संवाद सत्र का आयोजन डीसीइ के इनक्यूबेशन सेंटर एमआइआइटीआइइ द्वारा किया गया. कॉलेज के प्राचार्य डॉ संदीप तिवारी ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल तकनीकी शिक्षा देना नहीं है, बल्कि छात्रों को एक जिम्मेदार, नवाचारी और आत्मनिर्भर नागरिक के रूप में विकसित करना है.
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