Darbhanga News:बहादुरपुर. जिला मत्स्य विभाग की ओर से मंगलवार को संयुक्त कृषि भवन सभागार में प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि योजना के तहत मेगा कैंप सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें जाले कृषि विज्ञान केंद्र के मत्स्यिकी वैज्ञानिक डॉ पवन कुमार शर्मा ने योजना की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने मत्स्यिकी मूल्य शृंखला में सक्रिय भूमिका निभाने वाले मछुआरों, मत्स्य पालक किसानों, मत्स्यिकी श्रमिकों, विक्रेताओं, सूक्ष्म और लघु उद्यमों के श्रमिकों सहित प्रसंकरणकर्ताओं आदि के बारे में बताया. वहीं जिला मत्स्य पदाधिकारी अनुपम कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मछली पालन करने वाले व पकड़ने वाले किसानों के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. किसानों को पंजीकरण अथवा कार्य-आधारित पहचान बनाकर मत्स्य पालन क्षेत्र का क्रमिक रूप से सुव्यवस्थीकरण करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए नेशनल फिशरीज डिजीटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) का सृजन किया गया है. इसके तहत मत्स्य पालन करने व पकड़ने वाले किसानों को अपना पंजीकरण कराना आवश्यक है. पंजीकरण के अलावा, एनएफडीपी के माध्यम से विभिन्न कार्यों की भी पूर्ति की जाएगी, जिसमें ऋण और बीमा आवेदन सुविधा, वित्तीय प्रोत्साहनों का वितरण आदि शामिल हैं. मालूम हो कि इस योजना के तहत जिले के लिए 15 हजार 270 किसानों को ऑनलाइन करने का लक्ष्य रखा गया था. इसमें अभी तक 10 हजार 459 किसानों का पंजीयन किया गया है. मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी डॉ सिद्धार्थ, उद्यान के सहायक निदेशक नीरज कुमार झा, विश्लेषण के सहायक निदेशक अमित रंजन, सीएससी के जिला प्रबंधक राकेश कुमार खान, मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री धर्मेंद्र कुमार सहित विभिन्न प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति के मंत्री, अध्यक्ष व मत्स्य किसान मौजूद थे.
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