Darbhanga News: दरभंगा. गौ-सम्मान अभियान के तहत कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग में बुधवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अभियान की प्रमुख राजस्थान से आयी साध्वी ठाकुर ने भारतीय संस्कृति, गौ-संरक्षण और नैतिक मूल्यों की महत्ता पर प्रकाश डाली. कहा कि गौ माता भारतीय सभ्यता की आधारशिला रही हैं. वे न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था, पर्यावरण संतुलन और मानवीय करुणा की संवाहक भी हैं. कहा कि प्राचीन भारतीय शिक्षा परंपरा में गो-संरक्षण को कर्तव्य के रूप में स्वीकार किया गया. इसे आज पुनः जागृत करने की आवश्यकता है.
समाज में गौ सम्मान एवं संरक्षण का संदेश फैलाएं छात्र- कुलपति
अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने छात्रों से कहा कि वे शास्त्रों, वेद-उपनिषदों और भारतीय ज्ञान परंपरा का अध्ययन कर समाज में गौ-सम्मान और संरक्षण का संदेश पहुंचाएं. कहा कि आधुनिक शिक्षा के साथ संस्कारयुक्त शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण का आधार बन सकती है. गौ संरक्षण केवल धार्मिक विषय नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दायित्व भी है. डॉ शिवलोचन झा ने कहा कि ऐसे अभियानों से छात्रों में समाज के प्रति उत्तरदायी बनने की प्रेरणा जगती है. डॉ रामसेवक झा ने कहा कि यह अभियान भारतीय संस्कृति और परंपरा में निहित गौ-सम्मान के भाव को सुदृढ़ करता है. कार्यक्रम में निदेशक डॉ घनश्याम मिश्र, डॉ अवन कुमार, डॉ संजीव कुमार, डॉ प्रीति रानी, पवन कुमार, गोपाल महतो, कुन्दन कुमार, राकेश कुमार, डॉ निशा आदि मौजूद रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

