Darbhanga News: दरभंगा. जिले सहित प्रदेश के 105 सक्षमता प्रथम उत्तीर्ण शिक्षकों का सर्टिफिकेट प्रथमदृष्टया फेक पाया गया है. अब इन शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच प्राथमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय टीम पटना में करेगी. जिले के 11 शिक्षक इसमें शामिल हैं. माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक अब्दुस सलाम अंसारी ने डीइओ को संबंधित शिक्षकों की सूची प्रेषित करते हुए आठ मई को प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए विभागीय सभागार में उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश जारी किया है. सूची में संबंधित शिक्षक का कौन सा प्रमाण पत्र संदिग्ध पाया गया है, इसकी जानकारी दी है. शिक्षकों को अपने प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए निर्धारित तिथि, समय एवं स्थान पर शैक्षणिक प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, नियोजन पत्र, दक्षता अथवा सीटेट-बीटेट प्रमाण पत्र, सक्षमता परीक्षा हेतु बोर्ड द्वारा जारी प्रवेश पत्र के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं.
कहा है कि सक्षमता प्रथम उत्तीर्ण शिक्षकों की काउंसेलिंग दो चरणों में करायी गयी थी. प्रथम चरण की काउंसेलिंग में 96 शिक्षक अभ्यार्थियों का कोई न कोई प्रमाण पत्र प्रथम दृष्ट्या फेक पाया गया था. इसी प्रकार दूसरे चरण की काउंसेलिंग में नौ शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र प्रथम दृष्ट्या फेक पाया गया था. इस प्रकार नियोजन इकाई के अधीन कार्यरत कुल 105 शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र दोनों चरण की काउंसेलिंग में प्रथम दृष्ट्या फेक है. इनजिले के इन शिक्षकों का प्रमाण पत्र की होगी जांच
दरभंगा. दरभंगा जिले कि रीना कुमारी, नीतू कुमारी, सुरेश कुमार साह, संगीता कुमारी, अशेश्वर ठाकुर, सविता कुमारी, शांति कुमारी, विनायक प्रसाद का नियोजित सर्टिफिकेट प्रथम दृष्टया फेक पाया गया था. जबकि हरेकांत मंडल एवं अंजुला चौधरी का इंटरमीडिएट का अंक पत्र एवं प्रमाण पत्र तथा कमलेश का मैट्रिक का अंक पत्र एवं प्रमाण पत्रों का फिर से जांच की जाएगी. सभी संबंधित शिक्षक अभ्यर्थियों का एप्लीकेशन नंबर के साथ नाम जारी किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है