Darbhanga News: बेनीपुर. उफरदाहा गांव में कलश शोभा यात्रा के साथ संगीतमय सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ शनिवार को हुआ. आयोजक केवल कृष्ण राय व उर्मीला देवी हैं. कलश यात्री कथा स्थल से निकलकर गांव भ्रमण करते हुए रामकुंड पहुंचे. वहां कलश में जल भरकर गांव भ्रमण करते हुए कथा स्थल पर स्थापित किया. इधर पहले दिन वृंदावन के कथावाचक स्वामी सियाराम शरण ने भागवत कथा का महत्व बताया. कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है. जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही यह कथा जीव को अभय बना देती है. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है. परमहंसों की संहिता है. भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है. भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है. यह ग्रंथ वेद, उपनिषद का सार रुपी फल है. यह कथारुपी अमृत देवताओं को भी दुर्लभ है. इस दौरान आयोजक श्यामसुंदर राय ने बताया कि कथा नौ मई तक चलेगी.
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