IND vs SA: भारत के 2026 टी20 वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत से पहले केवल सात टी20 मैच बचे हैं, ऐसे में टूर्नामेंट से पहले का हर टी20 मैच प्रयोग करने का बेहतर मौका है और शायद कमजोर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए अच्छा प्रदर्शन करने का सुनहरा अवसर भी है. बुधवार की राज लखनऊ में खेला जाने वाला चौथा टी20 मैच भी इसी का हिस्सा होगा. एक जीत से भारत को लगातार 14वीं टी20 सीरीज जीत मिल जाएगी, लेकिन सबसे अहम बात शीर्ष क्रम और कप्तानी की भूमिका वाले दो खिलाड़ियों, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल से जुड़ी है. इसे पिछले टी20 वर्ल्ड कप के फाइनलिस्टों के बीच का मुकाबला कहना सही नहीं होगा, क्योंकि उस टूर्नामेंट के बाद से भारत का टी20 इंटरनेशनल में प्रदर्शन शानदार रहा है, जबकि दक्षिण अफ्रीका 28 मैचों में 18 हार के साथ संघर्ष कर रहा है. only 7 T20 matches remaining before World Cup Shubman Gill and Suryakumar Yadav out of form
शुभमन गिल पर भारी दबाव
शुभमन गिल की भारत की टी20 टीम में वापसी रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद स्थिरता लाने के उद्देश्य से की गई थी, लेकिन इसके विपरीत, यह पूरी तरह से उल्टा पड़ गया है. 2025 में सलामी बल्लेबाज और उप-कप्तान के रूप में टीम में शामिल होने के बाद से, गिल 15 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं. उनका औसत 25 से नीचे है और स्ट्राइक रेट 140 तक भी नहीं पहुंचा है. भारत की प्लेइंग इलेवन में संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल के न होने से दबाव बढ़ता जा रहा है. आईपीएल 2025 में गिल का औसत लगभग 50 था और स्ट्राइक रेट 155 से अधिक था, जो आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था. हालांकि, टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में वह लय कहीं नजर नहीं आती.
मजबूत ओपनिंग पार्टनरशिप की सख्त जरूरत
भारत ने एक मजबूत ओपनिंग पार्टनरशिप भी खो दी है. अभिषेक शर्मा लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन गिल उनका साथ देने में नाकाम रहे हैं, जबकि संजू सैमसन ने शीर्ष क्रम में रहते हुए यह काम बखूबी निभाया था. विश्व कप से पहले सिर्फ सात मैच बचे हैं, ऐसे में हर हार भारत को अनिश्चितता की स्थिति में डाल देगी. गिल उप-कप्तान भी हैं और विश्व कप से ठीक पहले उन्हें टीम से बाहर करना बहुत बड़ा झटका होगा. भारत को उम्मीद होगी कि सात टी20 मैचों में से एक या दो मैच खेलने से पहले गिल का प्रदर्शन उनकी प्रतिभा के अनुरूप हो जाए. लखनऊ में एक और निराशाजनक प्रदर्शन से बदलाव की मांग और भी बढ़ जाएगी.
सूर्यकुमार यादव की सबसे बड़ी चिंता
अगर गिल के आंकड़े चिंताजनक हैं, तो सूर्यकुमार यादव के आंकड़े और भी ज्यादा चिंताजनक हैं. ऐसा लगता है कि यह खराब फॉर्म नहीं बल्कि उनकी बल्लेबाजी में गिरावट है. भारत के टी20I कप्तान लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं, 2025 में उनका औसत सिर्फ 14.35 रहा और स्ट्राइक रेट 126.41 है. उन्होंने 21 पारियों में अर्धशतक नहीं बनाया है, उनका आखिरी अर्धशतक अक्टूबर 2024 में आया था. कप्तानी का बोझ वाकई भारी लग रहा है. नेतृत्व की जिम्मेदारी के बिना भी, सूर्यकुमार विश्व के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक थे. पूर्णकालिक कप्तानी संभालने के बाद से उनका औसत 19 से नीचे गिर गया है और वे साफ तौर पर लय से बाहर नजर आ रहे हैं. टीमों ने उनकी कमजोरियों का पता लगा लिया है, लेकिन सूर्यकुमार उनका मुकाबला करने में नाकाम रहे हैं. हालांकि, रॉबिन उथप्पा के अनुसार, सूर्यकुमार की खराब फॉर्म का कारण उनके बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव है.
सूर्यकुमार यादव: T20I आंकड़ों की झलक
| चरण | पारियाँ | रन | औसत | स्ट्राइक रेट | 50+ स्कोर |
|---|---|---|---|---|---|
| करियर | 91 | 2771 | 35.98 | 163.96 | 25 |
| कप्तान नहीं होने पर | 58 | 2040 | 43.40 | 168.17 | 20 |
| फुल-टाइम कप्तान | 26 | 431 | 18.73 | 146.10 | 2 |
| वर्ष 2025 | 18 | 213 | 14.20 | 125.29 | 0 |
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