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230 का निबंधन रद्द

कार्रवाई. व्यापारियों के िखलाफ विभाग सख्त वाणिज्य कर विभाग ने पहले व्यापारियों को दिया था नोटिस कुल रजिस्ट्रेशन का आधा निबंधन रद्द दरभंगा : वाणिज्य कर विभाग ने जनवरी 2016 से पूर्व के निबंधित 230 व्यापारियों का निबंधन रद्द कर दिया है. इन लोगों को जीएसटी से जुड़ने के लिए कई बार नोटिस दिया गया […]

कार्रवाई. व्यापारियों के िखलाफ विभाग सख्त

वाणिज्य कर विभाग ने पहले व्यापारियों को दिया था नोटिस
कुल रजिस्ट्रेशन का आधा निबंधन रद्द
दरभंगा : वाणिज्य कर विभाग ने जनवरी 2016 से पूर्व के निबंधित 230 व्यापारियों का निबंधन रद्द कर दिया है. इन लोगों को जीएसटी से जुड़ने के लिए कई बार नोटिस दिया गया था लेकिन इसे संजीदगी से नहीं लिया गया. जिला में अब तक पांच हजार नौ सौ अड़तीस व्यापारी को जीएसटी से जोड़ा गया है.
जिला में 10 हजार से ऊपर व्यापारियों ने निबंधन कराकर टीन नंबर ले रखा है. इनमें से कई ने व्यापार फेल होने के कारण कर जमा नहीं किया. इस वजह से कुल निबंधन का अब तक करीब आधा रजिस्ट्रेशन रद्द हो गया है. हालांकि जीएसटी से जुड़ने की सुविधा विभाग ने ऑनलाइन दे रखा है.
नोटबंदी से ढाई गुना कम हुई राजस्व की वसूली
वाणिज्य कर उपायुक्त सौरभ कुमार सिंह ने बताया कि नोट बंदी के कारण राजस्व उगाही पर खासा असर पड़ा है. पिछले साल चालू माह में 32 करोड़ 65 लाख रुपये की तुलना में शुक्रवार तक इस माह में मात्र 12 करोड़ 30 लाख का कर प्राप्त हुआ है. उन्होंने कम राजस्व उगाही पर चिंता जाहिर की. श्री सिंह ने ईंट भट्ठा मालिकों को 25 मार्च तक हर हाल में बकाया कर भुगतान करने को कहा है. ऐसा नहीं करने पर बकाया कर पर कंपाउंड इंट्रेस्ट लागू होगा. इसके बाद भी कर अदा नहीं करनेवाले व्यापारियों को काली सूची में डालने का निर्णय लिया जायेगा.
अधिकतर चिमनी मालिक जमा नहीं कर रहे टैक्स
श्री सिंह ने कहा कि कोयला पर कुल कीमत का पांच प्रतिशत प्रवेश कर चिमनी मालिक को देय है. हर माह के 15 तारीख तक इसे जमा करना अनिवार्य है. अधिकतर चिमनी संचालकों ने अब तक कर अदा नहीं किया है. जिला में 226 ईंट भट्ठा संचालित है. इसमें मात्र 186 भट्ठा ही निबंधित है. कर अदा नहीं करने के कारण 140 भट्ठा का निबंधन पूर्व में ही रद्द हो चुका है.अब तक5938 व्यापारी को ही जीएसटी से जोड़ा गया है . िजले में 10 हजार से अिधक व्यापारियों ने अपना निबंधन करा रखा है.

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