दरभंगा : मैथिली दधीचि बाबू साहेब चौधरी की शतवार्षिकी पर रविवार को अखिल भारतीय मिथिला संघ के तत्वावधान में उनके पैतृक गांव दुलारपुर में समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि बाबू साहेब चौधरी के अवदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है.
उन्होंने कहा कि मिथिला राज्य की स्थापना ही बाबू साहेब चौधरी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. देवेंद्र कुमर की अध्यक्षता में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मैथिली आंदोलनी तथा विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि स्व. चौधरी कोलकाता में प्रवासी मैथिलों के लिए आश्रयदाता के रूप में माने जाते रहे हैं. वे सदैव मिथिला और मैथिलों के हित चिंतन में लगे रहते थे. कार्यक्रम को डॉ. भीमनाथ झा, कमलेश झा, शिवशंकर झा, विद्यानाथ झा, अशोक कुमार चौधरी सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया. इस अवसर पर उदय चंद्र झा विनोद की अध्यक्षता में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया.