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फर्जी बेलर खड़ा कर ले लिया बेल
दरभंगा : विवि थाना क्षेत्र के सुंदरपुर निवासी शातिर अपराधी राकेश कुमार उर्फ रोशन ठाकुर ने कोर्ट में फर्जी बेलर खड़ा कर बेल ले लिया है. इसका खुलासा तब हुआ जब वरीय पुलिस पदाधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने शातिर अपराधियों के बेलरों का सत्यापन शुरू किया. विवि थाना क्षेत्र के लूट कांड में गिरफ्तार […]
दरभंगा : विवि थाना क्षेत्र के सुंदरपुर निवासी शातिर अपराधी राकेश कुमार उर्फ रोशन ठाकुर ने कोर्ट में फर्जी बेलर खड़ा कर बेल ले लिया है. इसका खुलासा तब हुआ जब वरीय पुलिस पदाधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने शातिर अपराधियों के बेलरों का सत्यापन शुरू किया. विवि थाना क्षेत्र के लूट कांड में गिरफ्तार रौशन ठाकुर ने बेल लेने के लिए मनीगाछी निवासी नंद किशोर झा की पत्नी किरण देवी की जगह दूसरी महिला को कोर्ट में बेलर के रूप में खड़ा कर जमानत ले लिया. संदेह होने पर पुलिस इसकी तहकीकात शुरू की. पुलिस किरण देवी के जब घर पहुंच छानबीन की तो उसने बताया कि वह आज तक कोर्ट नहीं गयी है.
उसने साफ शब्दों में बताया कि वह रौशन को जानती तक नहीं है. उसका बेलर बनने का सवाल ही नहीं उठता. इसका साफ मतलब होता है कि रौशन ने फर्जीवाड़ा कर दूसरी महिला को कोर्ट में बेलर के रूप में खड़ा कर अपना बेल ले लिया. पुलिस अब यह तहकीकात करने में जुटी है कि आखिर किरण के नाम पर दूसरा कौन महिला कोर्ट में खड़ा होकर फर्जी बेलर बना. पुलिस इस संबंध में शातिर रौशन के विरुद्ध जल्द ही प्राथमिकी दर्ज कर सकती है. इस संबंध में पूछने पर एएसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि यह विभागीय मामला है. इसकी जांच चल रही है. जांच पूरी होने पर ही वे कुछ बता सकते हैं. बता दें कि शातिर रौशन करीब दो महीने पहले ही जेल से रिहा हुआ था. रिहा होने के बाद वह फिर से अपराध की दुनिया में प्रवेश कर गया. रौशन अपने साथियों के साथ बर्चस्व को लेकर छह जून को बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सैदनगर में दो युवकों को गोली मारकर घायल कर दिया था.
इस संबंध में घायल तीर्थमणि सिंह व गौतम सिंह के आवेदन पर बहादुरपुर थाने में रौशन, रौनक समेत अन्य के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. वहीं पिछले महीने रौनक, रौशन व अन्य ने मिलकर बाजार समिति के एक मखाना व्यवसायी से दस लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी थी. व्यवसायी से रंगदारी मांगे जाने के बाद एसएसपी सत्य वीर सिंह गंभीरता से लिया था. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये रौनक व रौशन को भी गिरफ्तार कर लिया.
मंडलकारा में भी रहा है रौशन का दबदबा
रौशन ठाकुर मंडल कारा से दो महीने पहले ही निकला था. जब तक व कारा में बंद था उसका वहां भी सिक्का चलता था.रौशन के अलावा चार अन्य कैदियों के आतंक से परेशान कारा प्रशासन ने सभी को सेंट्रल जेल भेजलने के लिये कारा महानिरीक्षक को पत्र लिखा था. पत्र में कहा गया था कि विचाराधीन बंदी लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अभंडा निवासी अमित कुमार यादव उर्फ सलमान, खाजासराय निवासी पंकज सिंह, लहेरियासराय थाना क्षेत्र के महाराजगंज निवासी मो. रेयाज उर्फ सूर्या, विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सुंदरपुर निवासी राकेश कुमार उर्फ रोशन ठाकुर व बहादुरपुर थाना क्षेत्र के कबिलपुर निवासी शिव मुनी झा के स्थानीय व दवंग होने के कारण काराधीन सभी नवयुवक उसके साथ रहते हैं. इसके कारण जेल में एक बड़ा गुट बन गया है. इन लोगों के कारण कारा के अन्य कैदी डरे-सहमे रहते हैं.
उक्त गुट द्वारा कारा कर्मी व गृहरक्षकों को धमकाया जाता है. साथ ही बंदियों को उकसाकर एवं भड़काकर कारा की विधि-व्यवस्था बिगाड़ी जाती है. प्रभारी काराधीक्षक ने पत्र में यह भी कहा था कि रौशन व अन्य बंदियों द्वारा पूर्व में कारा से भागने की योजना बनायी गयी थी. केंद्रीय कारा भेजने के पीछे कारा अधीक्षक ने पुख्ता आधार का जिक्र भी किया था.
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