Coronavirus Bihar: साल 2020 का अंत होने को है और बिहार में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा 2 लाख 51 हजार से पार हो गया. सबसे ज्यादा कोरोना मरीज अभी तक पटना जिले में मिले हैं. पटना में आंकड़ा 48 हजार 400 के करीब पहुंच गया. 1386 मरीजों की मौत हो चुकी है. इस वैश्विक महामारी कोरोना से बिहार सहित पूरा देश संघर्ष कर था. इस बीच कानून व्यवस्था के पालन के साथ पटना पुलिस ( Patna Police) ने मानवीय पहल करते हुए जरूरतमंद परिवारों को आवश्यकता अनुसार इलाज, यातायात सुविधा और राशन बांटने सहित कई महत्वपूर्ण काम किए.
रेंज आइजी संजय सिंह के नेतृत्व में पटना पुलिस ने अभियान चलाकर घरेलू हिंसा के प्रति कोरोना के प्रति बुजुर्ग, बच्चे व महिलाओं को जागरूक करने जैसे अन्य उत्कृष्ट कार्य भी किए. लॉकडाउन के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया.
खासतौर पर गरीब तबके की महिलाओं, सीनियर सिटीजन और प्राणियों के प्रति कठिन परिस्थितियों में आवश्यकता अनुसार अद्वितीय सेवा की. जन-साधारण के प्रति किये गये इन्हीं श्रेष्ठ कार्यों को सरकार ने काफी सराहा.
पुलिस बनी दोस्त, रेंज आइजी खुद कर रहे थे मॉनिटर
कोरोना से बचाव के लिए बीते मार्च महीने में पहली बार 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की गयी. लेकिन इसे लागू कराने और इस दौरान आ रही चुनौतियों से निपटने में पटना रेंज की पुलिस एक मॉडल बनी रही. खासकर पुलिस की भूमिका में. शहर में जगह-जगह पटना पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला.
वह परेशान लोगों को न सिर्फ घर पहुंचाने में मदद कर रही थी बल्कि उनके खाने, रहने और चिकित्सा के इंतजाम करती हुई दिख रही थी. बतौर रेंज आइजी संजय सिंह न सिर्फ पूरी व्यवस्था को मॉनिटर कर रहे थे बल्कि निर्देशित भी कर रहे थे.
Posted By: Utpal kant