बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के पुलिस जिला बगहा के भैरोगंज थाना में तैनात सब-इंस्पेक्टर को निगरानी की टीम ने घूस लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. दारोगा निगरानी के बिछाए जाल में पूरी तरह फंस गए और कांड में आरोपित से नाम हटाने व केस से बरी करने के नाम पर 10 हजार रिश्वत लेना उन्हे भारी पड़ गया. शिकायत मिलने पर निगरानी के डीएसपी के नेतृत्व मे सात सदस्यीय टीम भैरोगंज पहुंची और दारोगा को रंगे हाथों पकड़कर गिरफ्तार कर लिया.
बगहा में दारोगा गिरफ्तार
भैरोगंज थाना में तैनात सब-इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गौतम को निगरानी टीम ने 10 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. निगरानी टीम कागजी प्रक्रिया पूरी करते हुए ओमप्रकाश गौतम को अपने साथ पटना ले गई . इसकी जानकारी निगरानी विभाग के डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने दी. निगरानी के डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार सब-इंस्पेक्टर ओमप्रकाश गौतम के खिलाफ निगरानी विभाग पटना में भैरोगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत परसौनी गांव निवासी शैलेश सिंह ने लिखित शिकायत दर्ज करायी थी.
10 हजार रिश्वत मांगना पड़ा भारी
डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायतकर्ता ने निगरानी को बताया था कि भैरवगंज थाना में कांड संख्या 4 /25 व कांड संख्या 5 /25 भूमि विवाद मामला दर्ज है. जिसमें केस के अनुसंधानकर्ता ओमप्रकाश गौतम द्वारा मेरे पिता हरेंद्र सिंह का नाम केस से हटाने के साथ बरी करने के नाम पर 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गयी है. इस शिकायत पर निगरानी विभाग ने कार्रवाई के लिए टीम का गठन किया था. जिस दौरान मेरे नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर उपेन्द्र कुमार,गणेश कुमार ,पीटीसी कृष्ण मुरारी कश्यप रणवीर सिंह सिपाही संतोष समेत सात सदस्यीय टीम ने भैरवगंज थाना पहुंचे थे.
दारोगा को गिरफ्तार करके पटना ले गयी निगरानी की टीम
डीएसपी विकास श्रीवास्तव ने बताया कि निगरानी टीम रहस्यमय ढंग से एसआई ओमप्रकाश गौतम के क्वार्टर पहुंची थी और पूछताछ व जांच पड़ताल के दौरान उनके बेड पर तकिया के नीचे छुपाकर रखे हुए 10 हजार रुपए रिश्वत को रंगे हाथों बरामद किया है. निगरानी डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार एस आई ओमप्रकाश गौतम के बारे में जानकारी सीनियर पुलिस पदाधिकारी को दे दी गई है और गिरफ्तार एसआई को पटना ले जाया जा रहा है. इसके बाद मुजफ्फरपुर न्यायालय में सुपुर्द कर दिया जाएगा.