रामनगर : शहर के मध्य से हो कर गुजरने वाली रामरेखा नदी छठ घाट के सौंदर्यीकरण के नाम पर लाखों की राशि नगर पंचायत ने खर्च कर दी. लेकिन छठ की तैयारी के वक्त साफ – सफाई एवं सजावट के लिए नप के पास बजट नहीं है. जबकि घाट के सौंदर्यीकरण का हवाला देकर नप के सत्ताधारी एवं अन्य अपनी पीठ थपथपवाने में लगे हैं.
लेकिन घाट के सौंदर्यीकरण का लाभ व्रतियों को मिले इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास नप प्रशासन की ओर से नहीं हो रहा है. जिस उत्साह के साथ नगर के कतिपय वार्ड प्रतिनिधियों ने एक स्वर से सौदर्यीकरण के नाम पर लाखों की राशि खर्च करने के लिए हामी भर दी थी. अभी उस तरह का उत्साह दिखाने की दरकार है. लेकिन अभी तक कोई आगे नहीं आया है.
सौंदर्यीकरण का काम तो कर लिया गया़ लेकिन काम समाप्त होने के साथ ही स्थल पर मिट्टी भराई का काम शुरू नहीं होने से आम लोगों के अंदर आक्रोश है. चूंकि चारों तरफ गड्ढाें की भरमार है. जो व्रतियों के लिए कष्टदायक साबित होगा. उल्लेखनीय है
कि इस परिसर में सीढ़ी एवं नाली निर्माण के नाम पर करीब 32 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है़ लोगों का कहना है कि जब इतनी मोटी राशि खर्च करने का वीणा नपं कार्यालय उठा सकता है तो समय रहते मिट्टी भराई का काम शुरू करने में क्या परेशानी सामने आ गई है़ छठ घाट परिसर नगर के वार्ड नंबर नौ, आठ एवं पांच में पड़ता है. लेकिन सौंदर्यीकरण का काम केवल नौ एवं पांच में किया गया है़