बनेगा नया मंदिर
अधिकारियों से वार्ता के बाद स्थगित हुआ मंदिर को तोड़ने का कार्य
विहिप व बजरंग दल कर रहे थे मंदिर तोड़े जाने का विरोध
बेतिया :गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के निर्माण के दौरान अस्पताल परिसर में वर्षों से स्थापित शिव महावीर मंदिर तोड़े जाने की सूचना पर विरोध शुरू हो गया. विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित कई संस्था के लोग वहां पहुंच गए और मंदिर तोड़ने का विरोध करने लगे. कुछ लोगों ने इसकी सूचना सांसद को दी.
सांसद ने पूरे मामले की जानकारी प्राप्त कर उन्होंने एसडीओ व संबंधित पदाधिकारियों को तलब किया. अधिकारियों के साथ हुई बैठक में चर्चा के बाद सर्वसम्मति से तय किया गया कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर मंदिर को हटाये जाने से पहले अस्पताल परिसर में पहले नए मंदिर का निर्माण करायी जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही पुराने मंदिर को हटाया जाएगा.
बता दें कि एमजेके अस्पताल के पुराने आईसीयू के दक्षिण शिव महावीर का मंदिर 50 वर्षों से पूर्व से अवस्थित है. इधर मेडिकल कॉलेज भवन के निर्माण के दौरान मंदिर बाधा बनने लगी. तब इसे तोड़कर हटाने का निर्णय लिया गया था. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को मंदिर तोड़ी जानी थी. इस मंदिर तोड़ने के लिए निर्माण एजेंसी के लोग पहुंचे थे.
इसकी जानकारी मिलते ही विहिप व बजरंग दल समेत स्थानीय लोग इसका विरोध करने लगे. लोगों का कहना है कि मंदिर तोड़ने से पहले अस्पताल परिसर में नए मंदिर का निर्माण होना चाहिए. शिव मंदिर का मुख्य द्वार मेडिकल कॉलेज के बाउंड्री के बाहर का है. उसे परिसर में समाहित नहीं किया जाए.
जबकि कॉलेज के परिसर वाले मंदिर का निर्माण तोड़ने से पूर्व कराया जाए. सांसद ने एसडीओ व अन्य पदाधिकारियों को बुलाया. फिर निर्माण एजेंसी अस्पताल व प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक शुरू हुई. सांसद ने कहा कि मंदिर तोड़ने से पहले अस्पताल परिसर में नए मंदिर बनाए जाए. वहां प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही मंदिर तोड़ी जाए. इस बिंदु पर सहमति बनने के बाद मंदिर तोड़ने का कार्य स्थगित कर दिया गया.