बेतिया : गुड एंड सर्विस टैक्स(जीएसटी) को लेकर भले ही राष्ट्रीय स्तर पर जुबानी जंग चल रही है, लेकिन स्थानीय स्तर पर जुबानी तो नहीं पर व्यवसायियों को तकनीकी जंग जरूर लड़ना पड़ रहा है. एक तरफ विभाग सख्ती बरत रहा है. पेनाल्टी लगाने की तैयारी की जा रही है. दूरभाष पर चेताया जा रहा है. नोटिसें जारी हो रही है. वहीं दूसरी ओर व्यवसायी इसके तकनीकी पेंच में फंसे हुए हैं. कभी पोर्टल दगा दे जा रहा है तो कभी दाखिल करने की प्रक्रिया में हो रहे बदलाव से व्यवसायी परेशान हैं.
खास यह है कि वाणिज्य कर बेतिया अंचल में करीब 3200 जीएसटी निबंधित व्यापारी है. वहीं 400 लोगों ने नया जीएसटी नंबर भी लिया है. जिन्हें समय-समय पर जीएसटी दाखिल करना है. निर्धारित अवधि के बाद रिटर्न दाखिल करने पर पेनॉल्टी भी वसूलने का प्रावधान है.
इधर ‘प्रभात खबर’ ने जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के मामले में आ रही दिक्कतों के संबंध में रायशुमारी की तो अधिकांश व्यावसायियों ने जीएसटी को तो सही बताया. लेकिन रिटर्न दाखिल करने में आ रही परेशानियों को बयान किया. व्यवसायियों ने कहा है कि जीएसटी का रिटर्न दाखिल करने में कई तरह की परेशानी हो रही है. विभाग भी परेशानियों को पूरी तरह दूर नहीं कर पा रहा है.
व्यवसायियों की समस्याओं को ले विभाग गंभीर है. साॅफ्टवेयर संबंधी कुछ समस्याएं आ रही है. इसके लिए व्यापारियों के लिए हेल्प लाइन नंबर भी चालू किया गया है. व्यवसायी हेल्प लाइन नंबरों पर भी कल कर सकते हैं. नयी व्यवस्था के कारण थोड़ी परेशानी हो रही है.
दुर्गा प्रसाद, सहायक आयुक्त वाणिज्य
यदि प्रौद्योगिकी के मोर्चे पर इस तरह की दिक्कतों का सिलसिला जारी रहा, तो इससे न केवल व्यापारियों को परेशानी होगी, बल्कि सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा. क्योंकि सरकार का जीएसटी राजस्व काफी हद तक पोर्टल के सफल परिचालन पर निर्भर करता है. इससे सुधारा जाना चाहिए.
राजेश झुनझनुवाला, कपड़ा व्यवसायी
ज्यादातर समय यह पोर्टल हैंग की स्थिति में रह रहा है. और बहुत से व्यापारी तो इस पर लग-इन तक नहीं कर पा रहे है. रिटर्न भरने में व्यापारियों को काफी परेशानी हो रही है. अधिकारी भी पूरी तरह समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे. जीएसटी रिटर्न भरने में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए विभाग को आगे आना होगा. हालाकि एक्सपर्ट टेक्नीशियनों के सहारे हम अपने प्रतिष्ठान का जीएसटी रिटर्न समय से दाखिल कर दे रहे है.
जगदीश केशान, टायर व्यवसायी
व्यापारियों को डाउनलोड संबंधी परेशानी हो रही है. साथ ही व्यापसायी रिटर्न भरने में कई अन्य साॅफ्टवेयर संबंधी तकनीकी समस्याओं से परेशान है. कुछ समस्याओं का समाधान किया गया है. वहीं डाउनलोड संबंधी समस्याओं का समाधान नहीं हो सका है.
आशीष शर्मा, दवा व्यवसायी
नये पोर्टल में कठिनाई आ रही है. पोर्टल पूरी तरह से नहीं खुल रहा है. जो काम आधा घंटा में होना चाहिए वह काम एक घंटा में हो रहा है. इसके लिए विभाग स्तर पर सर्वर को पूरी तरह से तेज रखना चाहिए.
दीपेंदु चटर्जी, दवा व्यवसायी
हमेशा पोर्टल में बदलाव आ रहा है. जो समझ में नहीं आ रहा है. जिससे रिटर्न भरने में कठिनाई आ रही है. रिटर्न दाखिल करने में भरनेवालो का नखरा भी सामने आ रहा है. जो व्यवसायियों को मजबूरी में सहना पड़ रहा है. जीएसटी अपने आप में अच्छा है लेकिन इसपर सरकार को ध्यान देने की जरुरत है.
मोहित टेकरीवाल, कपड़ा व्यवसायी
जीएसटी रिटर्न भरना व्यवसायियों के लिए परेशानी का सबब है. हालांकि यह बहुत ही अच्छा है. फिर भी रिटर्न दाखिल करने वाले पोर्टल के सही ढंग से काम नही करने के कारण व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है.
अशोक जैन, टेलीकाम व्यवसायी