मोतिहारी : शहर के मीना बाजार स्थित श्री हनुमान मंदिर में 18 देवी-देवताओं के प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ को लेकर मंगलवार को कलश यात्रा निकाली गयी. इस कलश यात्रा में 1001 कन्याएं एवं महिलाएं शामिल हुई. गाजे-बाजे व हाथी, घोडे के साथ निकली यह कलश यात्रा मीना बाजार से छतौनी होते हुए लालबकेया घाट पहुंची, जहां कलश यात्रा में शामिल कन्याएं एवं महिलाएं वैदिक मंत्रोच्चारण् के बीच जल बोझी कर पुन: यज्ञ स्थल पहुंची. वहीं इस यात्रा को ले हजारों की संख्या में श्रद्वालुओं ने बाइक रैली निकाली. चार दिवसीय इस प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ के कलश यात्रा को देखने के लिए जगह-जगह श्रद्वालुओं की भीड देखी गयी.
यज्ञ को ले आयोजन समिति ने कई कार्यक्रम का आयोजन किया है. कलश यात्रा में केदार नाथ सिंह, संजय कुमार रमण, रामचंद्र प्रसाद, जितेंद्र दूबे, हर्षित तिवारी सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.
नरसिंह बाबा मंदिर में अष्टयाम व भंडारा : डुमरियाघाट : मोतिहारी गोपालगंज मार्ग डुमरियाघाट पुल के समीप औघड़ श्री नरसिंह बाबा मंदिर के प्रांगण मे 24 घंटे का भव्य अष्टयाम एवं भंडारा का आयोजन दक्षिणी हुसैनी पंचायत के मुखिया राजकुमार साह के सौजन्य से किया जा रहा है. वही उत्तरी हुसैनी पंचायत के मुखिया रामशरण प्रसाद यादव के पिता रकत राय ने बताया कि नरसिंह बाबा बहुत ही जगता बाबा है. उनके जीवन काल मे बहुत सी घटना सच साबित हुआ हैं. प्रत्येक वर्ष भंडारा का आयोजन किया जाता है, आज भी सच्चे मन से बाबा से जो कुछ भी श्रद्धालु मांगते है बाबा उसे अवश्य पूरा करते है. यहाँ सालो भर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है. वही सम्भूअपुर के मुखिया सुदामा तिवारी, खिजिरपुर मुखिया हरेन्द्र साह, स्थानीय मुखिया अनिल सिंह आदि लोगों के सहयोग से यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है जिसका नेतृत्व श्री कृष्णा प्रसाद के द्वारा किया जा रहा है.
प्रतिमा का अनावरण : सिकरहना : कबीर पंथ के विचारधारा से प्रभावित होकर अपना संपूर्ण जीवन ब्रह्मचर्य रहकर समाज सेवा में न्योछावर करने वाले संत कबीर शरण गोस्वामी उर्फ विनोबा साहेब की द्वितीय पुण्य तिथि के मौके पर मंगलवार को ढाका के कुशवंशी नगर गांव में उनकी प्रतिमा का अनावरण राष्ट्रीय युवा रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपुकार सिन्हा ने किया. प्रतिमा का निर्माण सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार द्वारा किया गया है.
इस अवसर पर भंडार का भी आयोजन किया गया. मौके पर श्री भगवान साह, रामबहादुर प्रसाद, जर्नादन प्रसाद, अभिमन्यु यादव, ब्रजेश कुशवाहा, लखींद्र प्रसाद, पारसनाथ, बिंदेश्वरी प्रसाद आदि मौजूद थे.