मोतिहारी : 15 नवंबर को रघुनाथपुर से अगवा पॉलिटेक्निक छात्र साहिल तिवारी की गला रेत कर हत्या कर दी गयी. उसका शव बुधवार को बालगंगा स्थित धनौती नदी के किनारे से बरामद किया गया. शव बरामदगी के लिए पुलिस को नौ फीट खुदाई करनी पड़ी. उसके दोनों हाथ पीछे बंधे हुए थे.
शव को कंबल में लपेट कर गड्ढे में छुपाया गया था. मामले में पुलिस ने रिश्ते के मामा नितेश तिवारी, जेसीबी चालक व अरेराज के युवराज गिरी को गिरफ्तार िकया है. पुलिस के अनुसार, नितेश व युवराज ने िमलकर एक में साहिल की हत्या कर दी थी. इसके बाद शव को गड्ढे में फेंक िदया. पुलिस ने उसक कमरे को सील कर िदया है.
नितेश पूर्व में आर्म्स एक्ट के मामले में जेल जा चुका है. साहिल अरेराज के ममरखा निवासी ब्रजभूषण तिवारी का पुत्र था. अपराधी परिजनों से 15 लाख रुपये की फिरौती मांग कर रहे थे. जेसीबी शहर के छतौनी की बतायी जाती है. मामा व चालक से पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर पुलिस घटना में संलिप्त अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. साहिल अपने घर का इकलौता चिराग था.
जानकारी के अनुसार, 14 नवंबर को मामा नितेश ने रघुनाथपुर में डेरा दिलवाया था. इसमें पट्टीदारी के शुभम व कुणाल के साथ साहिल ने रहना शुरू किया. मामा के बुलावे पर 15 नवंबर को साहिल घर से निकला तब से वापस नहीं लौटा. मामले को लेकर थाने में अपरहण की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने 15 नवंबर की रात साहिल की हत्या कर जेसीबी से गढ्ढा खुदवा कर शव को छुपा दिया था. पुलिस ने विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के बाद नितेश को गिरफ्तार किया, उसके बाद अपहरण व हत्या से पर्दा उठा.