रक्सौल : रामबालक साह के परिवार के लिए बाढ़ का पानी काल साबित हुआ है. श्री साह ने कभी यह सोचा भी नहीं होगा कि उनके घर के पास से जो नदी गुजरती है वह उनके परिवार के चिराग को डूबा लेगी. इधर, बेटी ज्योति के नदी में डूबने के बाद से मां सबीता देवी का रो-रो कर बुरा हाल है तो वहीं भाई आठ वर्षीय सूरज व छह वर्षीय सुमित के आंख के आंसू सूखने का नाम नहीं ले रहा था. बड़ा सूरज बार-बार यह कह कर रो रहा था कि अब उसको राखी कौन बांधेगा.
इस पूरे घटना ने रामबालक साह के परिवार को झकझोर कर रख दिया है. परिवार के साथ-साथ आसपास पड़ोस के लोग भी इस घटना से स्तब्ध है. लोगों का कहना था कि ज्योति काफी ही मिलनसार प्रवृत्ति की लड़की थी. वहीं अंचलाधिकारी हेमेंद्र कुमार ने बताया कि शव खोजी का कार्य किया जा रहा है. पीड़ित परिवार को सरकारी नियमानुसार उचित सरकारी सहायता दिलायी जायेगी.