डुमरांव. डुमरांव बाजार की भीड़ भरी सड़क पर शनिवार को हुई एक शर्मनाक घटना ने पुलिस विभाग की छवि को कटघरे में खड़ा कर दिया. सरेआम एक पुलिसकर्मी द्वारा बाइक सवार पुजारी पर घूंसे बरसाने और पिस्तौल तानकर धमकाने का मामला सामने आया. घटना का सीसीटीवी फुटेज जैसे ही वायरल हुआ, लोगों में खलबली मच गयी. पहले तो आमजनों को लगा कि कोई दबंग व्यक्ति गुंडागर्दी कर रहा है, लेकिन कुछ ही घंटों में सच सामने आ गया. यह करतूत किसी बाहुबली की नहीं, बल्कि वर्दीधारी पुलिसकर्मी की थी. जानकारी के मुताबिक, सिपाही रवि कुमार डुमरांव एसडीएम का अंगरक्षक था. उसने 13 सितंबर को डुमरांव बाजार में बाइक से सफर कर रहे पुजारी राहुल चौबे को बीच रास्ते में रोका और बिना किसी कारण घूंसे बरसाने लगा. इतना ही नहीं, उसने अपनी पिस्तौल तानकर पुजारी को मारने की धमकी भी दी. इस दुस्साहसिक कृत्य को वहां लगे सीसीटीवी कैमरों ने कैद कर लिया व फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग आक्रोशित हो उठे. सब ओर यह सवाल उठने लगा कि आखिर आम जनता की सुरक्षा करने वाली पुलिस ही अगर दहशत फैलाने लगे, तो लोगों का भरोसा किस पर रहेगा. पुजारी राहुल चौबे ने इस मामले की लिखित शिकायत 17 सितंबर को डुमरांव थाने में दी. शिकायत मिलते ही जिले के कप्तान शुभम आर्य ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई करते हुए सिपाही रवि कुमार को निलंबित कर दिया. इस संबंध कप्तान शुभम आर्य ने कहा कि कानून सबके लिए समान है. पुलिस का कर्तव्य आम लोगों की सुरक्षा करना है, न कि उन्हें भयभीत करना. अगर कोई पुलिसकर्मी इस मर्यादा का उल्लंघन करता है, तो उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. डुमरांव बाजार में हुई इस घटना के बाद से स्थानीय लोग दहशत और गुस्से में हैं. हर कोई यही मांग कर रहा है कि निलंबन के साथ ऐसे पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी वर्दीधारी अपनी ताकत का दुरुपयोग करने की जुर्रत न कर सके.
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