डुमरांव. लोकतंत्र को सशक्त और जागरूक बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए अनुमंडल पदाधिकारी डुमरांव राकेश कुमार की अध्यक्षता में बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कैंपस एंबेसडरों की बैठक की गयी.
यह बैठक अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में संपन्न हुई, जिसमें कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यरत कैंपस एंबेसडरों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गयी. एसडीओ डुमरांव ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी चुनाव में युवाओं की भागीदारी लोकतंत्र को मजबूत बनाती है. उन्होंने बताया कि कैंपस एंबेसडर चुनाव आयोग और छात्र-छात्राओं के बीच एक सेतु का कार्य करते हैं. उनकी पहल से न केवल मतदाता जागरूकता बढ़ती है, बल्कि मतदान प्रतिशत में भी सकारात्मक बढ़ोतरी होती है.मतदाता जागरूकता की पहली कड़ी
बैठक में कहा गया कि कैंपस एंबेसडर छात्रों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, सही तरीके से पंजीकरण कराने और मतदान प्रक्रिया को समझाने में मदद करेंगे. खासकर प्रथम बार मतदान करने वाले छात्र-छात्राओं को जागरूक करना उनकी जिम्मेदारी होगी. मतदाता ही लोकतंत्र का आधार है. इस विचार को युवाओं तक पहुंचाना उनका प्रमुख कार्य होगा.निर्वाचन प्रक्रिया से परिचय
अक्सर युवाओं को चुनावी प्रक्रिया की तकनीकी जानकारी नहीं होती. कैंपस एंबेसडर कॉलेज परिसरों में वर्कशॉप, पोस्टर अभियान, स्लोगन प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्रों को फॉर्म-6 भरने, वोटर आइडी अपडेट कराने और बीएलओ से संपर्क जैसे जरूरी पहलुओं से परिचित करायेंगे.कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन
चुनाव आयोग द्वारा संचालित कार्यक्रम को सफल बनाने में कैंपस एंबेसडर की अहम भूमिका होगी. वे क्विज, वाद-विवाद, मतदाता रैली और शपथ ग्रहण जैसे कार्यक्रम आयोजित कर छात्रों को मतदान के लिए प्रेरित करेंगे.
डिजिटल और सोशल मीडिया की ताकत
आज का युवा वर्ग सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय है. कैंपस एंबेसडर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर चुनाव से जुड़े सटीक और सकारात्मक संदेश साझा करेंगे. इसके साथ ही वे छात्रों को फेक न्यूज और अफवाहों से सावधान रहने के लिए भी प्रेरित करेंगे.समावेशी भागीदारी पर जोर
बैठक में यह भी रेखांकित किया गया कि महिला मतदाताओं, दिव्यांग छात्रों और वंचित वर्ग के युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित करना कैंपस एंबेसडरों की प्राथमिक जिम्मेदारी होगी. उन्हें चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली विशेष सुविधाओं जैसे व्हीलचेयर, रैंप और 1950 हेल्पलाइन नंबर की जानकारी छात्रों को देनी होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

