चौसा. नगर अंतर्गत चौसा नरैनापुर निवासी सीआरपीएफ जवान राजेश चौबे, पिता कैलाश चौबे की असामयिक मौत हो गई. जिसका पार्थिव शरीर मंगलवार की शाम पैतृक गांव सैनिक सम्मान के साथ सीआरपीएफ के जवान लेकर पहुंचे. चौसा के लाल का शव जब तिरंगे में लिपटा गांव पहुंचा तो हज़ारों की भीड़ उमड़ पड़ी. और परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. चौसा श्मशान घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. बताया जा रहा है कि राजेश चौबे अपने मेहनत के बल पर देश सेवा का जज्बा लिए सीआरपीएफ को ज्वाइन किया. इनकी पोस्टिंग फिलहाल मुजफ्फरपुर में था. जहां तबियत खराब होने की वजह से मौत हो गयी. जिसका शव सड़क मार्ग के रस्ते चौसा लाया गया. इस का इस घटना के बाद से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. सीआरपीएफ के विशेष वाहन में जब जवान का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचा तो उनके साथ दो उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी और करीब एक दर्जन जवान भी मौजूद थे. जैसे ही गांव वालों को अपने लाल के आगमन की सूचना मिली, वैसे ही बड़ी संख्या में लोग उनके घर पर उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंच गए. गांव की मिट्टी से जुड़ा यह जवान अब शांति की नींद सो गया, लेकिन उसके जाने की टीस हर आंख में साफ झलक रही थी. मंगलवार की शाम चौसा से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई जो चौसा बाजार होते हुए मुक्ति धाम चौसा पहुंचा. अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण, समाजसेवी और स्थानीय प्रतिनिधि शामिल हुए. लोगों ने नम आंखों से अपने प्रिय जवान को अंतिम विदाई दी.
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