फाइल-17, कोरोना के खिलाफ जंग में अब सेना के रिटायर्ड चिकित्साकर्मियों की ली जायेगी मदद ®-बिहार सरकार के संयुक्त सचिव ने पत्र लिखकर दिया निर्देश •-स्वैच्छिक सेवा देने वाले चिकित्सा कर्मियों की सूची भेजने के निर्देश बक्सर. कोरोना के खिलाफ पूरा देश एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है. राज्य सरकार इस संक्रमण के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए उपायों पर कार्य कर रही है. स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन भी संक्रमण की रोकथाम एवं इससे बचाव के लिए मुस्तैदी से कार्य कर रहा है. देश के साथ राज्य में बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए अब राज्य में सेना के रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की सहायता ली जायेगी. इसको लेकर बिहार सरकार के सरकार के संयुक्त सचिव अनिल कुमार ने सभी जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देशित किया है.
भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने दिए थे निर्देश सिविल सर्जन डॉ उषा किरण वर्मा ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा चिकित्सा कर्मियों की कमी दूर करने के लिए सेना के रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की सेवा लेने का अनुरोध किया गया है. इससे कोरोना के खिलाफ जंग में सहूलियत होगी एवं आपातकाल स्थिति में चिकित्सा कर्मियों की कमी भी दूर हो पाएगी.
स्वैच्छिक सेवा देने वाले रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की होगी पहचानपत्र के माध्यम से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में स्वैच्छिक सहयोग प्रदान करने के लिए रिटायर्ड चिकित्सा कर्मियों की पहचान किये जाने के निर्देश दिये गये हैं. इसके लिए जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से सेवानिवृत्त चिकित्सकों, एएनएम, जीएनएम, पारा मेडिकल स्टाफ से कोरोना के खिलाफ जंग में स्वैच्छिक सेवा प्रदान करने का अनुरोध करने को कहा गया है. साथ ही स्वैच्छिक सेवा के लिए तैयार हुए चिकित्सा कर्मियों की सूची राज्य मुख्यालय को भेजने के निर्देश भी दिये गये हैं.