बक्सर. समय और समाज की यात्रा में कुछ ऐसे भी पड़ाव होते है, जो तत्कालीन रूप से असफलता का ठहराव मान लिया जाता है. लेकिन जब उनका मूल्यांकन इतिहास के मायने में किया जाता है, तो वही असफलता आप की कई सफलताओं का आधार तैयार करने वाली घटनाओं के रूप में सामने आता है. 1857 की क्रांति भारत के इतिहास में एक ऐसा निर्णायक घटना है जहां से हमारे राष्ट्रीय जीवन में ऐसा करवट लिया, जिसने सबकुछ हमेशा के लिए बदल दिया. नये भाव को जन्म दिया. वीर कुंंवर सिंह सप्त ऋषियों का एक ध्रुवतारा थे. उक्त बातें नगर भवन में वीर कुंवर सिंह की जयंती की पूर्व संध्या पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहीं. उन्होंने कहा कि 1857 का विद्रोह गुलामी की बेड़ियों को तोड़कर आजादी को गले लगाने का शंखनाद तो था ही, साथ ही यह मध्यकालीन मानसिकता की नींद से जगाकर आधुनिकता की ओर बढ़ने का जागरण भी था. यह आपस के सभी भेदभाव भुलकर एक-दूसरे के प्रति संकल्पित होकर एकजुट होने का श्रीगणेश था. वहीं उन्होंने कहा कि हजारों वर्ष की गुलामी से समाज कमजोर हो गया था. लेकिन जब 1857 का बिगुल बजा था, तो शहर से बाहर निकलकर लोगों ने राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत होकर एक नये शंखनाद की ओर कदम बढ़ा दिया. भारत के इतिहास में इस धारा को मोड़ने वाले कई नायक थे. वीर कुंवर सिंह को सप्तऋषि का ध्रुवतारा वीर सावरकर ने कहा है. वहीं उन्होंने आगे कहा कि यह तो गनीमत था कि वीर कुंवर सिंह विद्रोह के समय 80 वर्ष के थे. शायद वे जवान होते तो अंग्रेजों को 1857 में ही भारत छोड़कर भागना पड़ता. यह उनमें वीरता थी, जिनकी तुलना शिवाजी से किया जा सकता है. वे गुलामी को कभी नहीं सहे. वहीं इसके पूर्व नगर भवन में वीर कुंवर सिंह की विजयोत्सव के पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने वीर कुंवर सिंह के तैलचित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, दीघा के विधायक संजीव चौरसिया, भाजपा के प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक संजय टाइगर एवं दिलमनी देवी, जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन, संतोष रंजन राय, प्रदीप दूबे सहित उपस्थित अतिथियों ने मंच पर वीर कुंवर सिंह के तैलचित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. तत्पश्चात दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन तथा संचालन कार्यक्रम के संयोजक राजीव रंजन सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन गोविंद सिंह ने किया. कार्यक्रम को मुख्य रूप से भाजपा के प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी, प्रदेश के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, दीघा के विधायक संजीव चौरसिया, पूर्व विधायक संजय टाइगर, पूर्व विधायक दिलमनी देवी, भाजपा के प्रदेश मंत्री संतोष रंजन राय, किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यक्रम समिति सदस्य प्रदीप दुबे, भाजपा नेता कौशल विद्यार्थी, जिला बीस सूत्री के उपाध्यक्ष भोला सिंह, राजवंश सिंह, चौधरी विनोद राय आदि ने संबोधित किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ राजेश सिन्हा, गोविंद सिंह, सुनील कुमार सिंह, बिट्टू सिंह, विमल कुमार सिंह, रजनीकांत गुप्ता समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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