बक्सर
. गंगा में बढ़ते जलस्तर के कारण जिले के तटीय इलाके में बाढ़ की संभावना बढ़ने लगी है. जिला मुख्यालय स्थित रामरेखाघाट समेत अन्य घाटों की सीढ़ियां लगातार डूब रही हैं. जबकि दियारा क्षेत्र के खेतों में पानी का पांव पसरता जा रहा है. मुक्ति धाम स्थित श्मशानघाट पर पानी ऊपर आने से शवदाह के लिए जमीन सिमटी जा रही है. वही कछारी इलाकों में गंगा का पानी बढ़ने के कारण सब्जी की फसल पर आफत आ गई है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है. केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार बृहस्पतिवार की सुबह से 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. शुक्रवार को पूर्वाह्न 9.00 बजे गंगा का जलस्तर 55.75 मीटर दर्ज किया गया था, जो चार सेंटीमीटर की दर से बढ़ते हुए शाम 05 बजे 56.07 मीटर हो गया था. जलस्तर में चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी जारी थी. हालांकि वाराणसी में जलस्तर वृद्धि की दर में कमी आने लगी. जाहिर है कि बक्सर में चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर तथा खतरे का निशान 60.32 मीटर निर्धारित है. इस तरह गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 3.25 मीटर तथा लाल निशान से 4.25 मीटर कम था. पानी में बढ़ोतरी को लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग बक्सर-कोइलवर तटबंध पर लगातार नजर बनाए हुए है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

