डुमरांव
. डुमरांव रेलवे स्टेशन के समीप शहर में जानेवाला मुख्य पथ पर करीब छह महीने से रेलवे द्वारा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है. डुमरांव रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग ट्रेन पकड़कर अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचते हैं. इस समय गड्ढों की वजह से लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. इस गढ्ढे के कारण आए दिन यहां भंयकर जाम लगती है. इससे यात्रियों की ट्रेनें भी छूट जाती हैं. बगल से होकर जिस रास्ते से फिलहाल वाहन गुजरते हैं, उसकी भी स्थिति अति दयनीय हो चुकी है.यात्रियों के साथ श्रद्धालु भी परेशान :फिलहाल इस रास्ते में भी जगह-जगह गड्ढे उभर जाने से ई- रिक्शा, बाइक सहित अन्य वाहनों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. स्टेशन से सटे प्राचीन दुर्गा मंदिर तथा हनुमानजी की मूर्ति स्थापित है, जहां पर प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. हालांकि इस संबंध में रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले नागेंद्र दुबे ने एक पत्र के माध्यम से दानापुर रेल प्रबंधक को इस समस्या से अवगत कराते हुए रोड पर खोदे गए गड्ढे से निजात दिलाने के लिए आग्रह किया है. उन्होंने पत्र के माध्यम से कहां है कि इस क्षेत्र के डुमरांव रेलवे स्टेशन प्रसिद्ध है जहां दूर दराज से आए सैकड़ों गांवों के लोग यहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं. लेकिन रेलवे विभाग के उदासीन रवैया के कारण यहां से यात्रा करना काफी बेहद मुश्किल हो गया है. स्थिति तब और भयावह हो जाती है जब थोड़ा सी बारिश हो जाएं स्टेशन परिसर के बाहर रोड पर पानी लग जाता है, चारों तरफ कीचड़ फैल जाता है. यहां पर जाम और कीचड़ की वजह से आएं दिन लोगों की ट्रेन छूट जाती है. स्टेशन के बगल में बहुत पुराना और प्रसिद्ध मंदिर स्थापित है. इस मंदिर से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. मंदिर प्रांगण में हनुमानजी, मां दुर्गा, भगवान भोलेनाथ, भगवान रामजी, लक्ष्मणजी तथा मां जानकी तथा राधे कृष्णा का प्रतिमा प्रतिष्ठित है. जहां कुंवारी व चैत्री दोनों नवरात्र में आस्था का जनसैलाब उमड़ता है तथा नवरात्रि के दौरान सुबह एवं संध्या में महा आरती के दरम्यान सैकड़ों श्रद्धालु सम्मिलित होते हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे विभाग के द्वारा विकास कार्य को लेकर यह गड्ढा खोदा गया था. स्टेशन से सटे दक्षिण साइड से शहर में जानेवाली सड़क को रेलवे द्वारा लगभग 200 फुट लंबा व करीब 20 फुट गहरा गड्ढा करके छह महीने से छोड़ दिया गया है. जिससे यात्री सहित अन्य लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस रोड के एवज में बगल से आने जाने के लिए बनाए गए रास्ते पर भी गड्ढा हों गया है, बरसात होने के कारण उभरें हुए गढ्ढों में पानी भर गया है जिससे पैदल आने जाने वालों के साथ वाहनों को भी गुजरने में काफी परेशानी होती है. जिस कारण यहां हर समय जाम की स्थिति बरकरार रहती है. इसी जाम में स्कूली बच्चों की वाहन घंटों-घंटों जाम में फंसे रहते हैं बच्चे भूखे प्यासे इसी जाम में फंसकर छटपटाते रहते हैं. नागेन्द्र नाथ दूबे ने दानापुर रेल प्रबंधक से मांग करते हुए इस रोड को अविलंब ठीक कराकर सुचारू रूप से चालू करने की मांग की है. ताकि रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वालों के साथ ही अन्य यात्रियों को यात्रा करने में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े लोग सुगमता के साथ अपने गंतव्य स्थान तक सुरक्षित यात्रा कर पाएं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

