बक्सर. गंगा के बढ़ते जलस्तर ने बाढ़ की चेतावनी दे दी है. नतीजा यह है कि बक्सर में गंगा का पानी वार्निंग लेवल से मात्र 24 सेंटीमीटर कम है. हालांकि थोड़ी-बहुत राहत की बात यह है कि फिलहाल गंगा के जल स्तर वृद्धि में ठहराव आ गया है, लेकिन ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में पानी की बढ़ोतरी से बाढ़ के खतरे अभी टला नहीं है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को पूर्वाह्न 08.00 बजे गंगा का जलस्तर 59.05 मीटर रिकार्ड किया गया. उस समय जलस्तर में 01 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी की बढ़ोतरी हो रही थी, जबकि तीन घंटे बाद 12 बजे गंगा का जलस्तर 59.08 मीटर पर थम गया, जो चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर से कम है. विवाह मंडप पानी से लबालब : रामरेखाघाट पर बने विवाह मंडप में पानी प्रवेश कर गया है. जिससे वहां स्नान करने से लोग कतराने लगे हैं. इसी तरह श्मशानघाट स्थित मुक्ति धाम में काफी ऊपर तक पानी के फैलाव से शव दाह के लिए जमीन तलाशना मुश्किल हो गया है. निचले इलाके के तटवर्ती क्षेत्रों में खेत में पानी पहुंचने से सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है और मवेशियों के चारागाह क्षेत्र पानी में डूब गये हैं. तटबंध की निगरानी बढ़ी : गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी से बाढ़ की संभावना बढ़ती जा रही है. इसको लेकर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. बक्सर-कोईलवर तटबंध की निगरानी बढ़ा दी गई है. हालांकि अभी तटबंध तक पानी नहीं पहुंचा है, जिससे तटबंध पर पानी का दबाव नहीं है. पानी बढ़ने से दियारा क्षेत्रों के लोगों में बाढ़ को लेकर चिंता सताने लगी है.
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