डुमरांव. पटना-बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-922 के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र में गुरुवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब लकड़ी भंडारण केंद्र में अचानक भीषण आग लग गयी. यह भंडारण केंद्र एनएच-922 के उत्तरी लेन से सटा हुआ है, जहां सड़क चौड़ीकरण के दौरान काटे गये पेड़ों की लकड़ियों को एकत्रित कर रखा गया था. अचानक दोपहर में आग ने ऐसा विकराल रूप धारण किया कि चंद मिनटों में ही पूरे इलाके में धुआं और आग की लपटें फैल गयीं. स्थानीय लोगों ने जब आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखीं तो तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही डुमरांव और बक्सर से कुल छह दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी. आग इतनी भयावह थी कि पूरे क्षेत्र में धुएं का गुबार छा गया था और कई किलोमीटर दूर से आग की लपटें देखी जा सकती थीं. प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गेहूं की फसल के बाद खेतों में जलाई जा रही पराली की आग लापरवाही से फैली और वह धीरे-धीरे फैलते हुए लकड़ी भंडार तक पहुंच गयी. हालांकि दमकल विभाग की तत्परता और स्थानीय प्रशासन की सक्रियता के कारण आग को देर शाम तक नियंत्रित कर लिया गया, लेकिन रात तक जली हुई लकड़ियों से धुआं उठता रहा. आग लगने से लाखों रुपये मूल्य की लकड़ी नष्ट हो गयी है. इस घटना को लेकर कृष्णाब्रह्म थाना प्रभारी महेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक वन विभाग की ओर से कोई भी लिखित आवेदन अथवा प्राथमिकी दर्ज कराने की पहल नहीं की गयी है.
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