बक्सर
. जिला पदाधिकारी बक्सर डॉ. विद्यानंद सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में सोमवार को की गयी. सर्वप्रथम कुल इम्युनाइजेशन की समीक्षा की गयी. जिसमें पाया गया कि माह जुलाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरी के द्वारा मात्र 4 इम्युनाइजेशन किया गया है, जो अत्यंत खेदजनक है. इस संबंध में पृच्छा करने पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी बक्सर डॉ. बीपी. सिंह द्वारा बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिमरी में कुछ टीका उपलब्ध नहीं रहने के कारण इम्युनाइजेशन कम हो पाया है. जबाव असंतोषजनक पाया गया. उक्त के आलोक में उनसे स्पष्टीकरण समर्पित करने का निदेश दिया गया. एचपीवी वैक्सीनेशन जो 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बालिकाओं को दिया जाना है तथा जिसे अभी तक मात्र 2 हजार 952 बालिकाओं को ही दिया गया है, के संबंध में सिविल सर्जन बक्सर द्वारा लक्ष्य के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा सकी. उक्त के संबंध में निदेश दिया गया कि सर्वप्रथम लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य योजना बनाकर निर्धारित समय में लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित करेंगे. साथ ही इस टीकाकरण हेतु आम लोगों को जागरूक कराना सुनिश्चित करेंगे. बीसीजी टीका के संबंध में स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धि असंतोषजनक पाई गई. जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राजपुर का आकडा सबसे कम मात्र 39 प्रतिशत था. इस कम उपलब्धि के कारण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी राजपुर को स्पष्टीकरण समर्पित करने का निदेश दिया गया. सिविल सर्जन बक्सर को निदेश दिया गया कि सभी आशा कार्यकर्ता के साथ बैठक कर प्राइवेट संस्थानों में डिलेवरी हुए बच्चों के टीकाकरण हेतु कार्य योजना बनाते हुए शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही सरकारी संस्थानों में डिलेवरी होने वाले बच्चों को उसी समय टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करायें. मरीजों को इलाज के लिए सदर अस्पताल बक्सर में प्रतीक्षा समय सबसे अधिक 46 मिनट पाया गया. जिस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए निदेश दिया गया कि प्रतीक्षा समय को घटाते हुए 10 मिनट के लगभग लाने की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. साथ ही फर्स्ट ओपीडी टाईम के अवलोकन से भी पाया गया कि चिकित्सकों द्वारा ससमय मरीजों का इलाज प्रारंभ नहीं किया जा रहा है. सदर अस्पताल के डॉ. जयराम एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डुमरांव के डॉ. कुमार गौतम के द्वारा 11:00 बजे प्रातः के पश्चात मरीजों का ईलाज किया गया है. जिस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए सिविल सर्जन बक्सर को निदेश दिया गया कि रजिस्ट्रेशन के तत्काल बाद ईलाज प्रांरभ करने की व्यवस्था सुनिश्चित करायेंगे. इसमें लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों पर कठोर कार्रवाई करने का निदेश दिया गया. स्वास्थ्य विभाग से संबंधित नकारात्मक खबरों का समीक्षा करते हुए प्रकाशित खबरों के आलोक में कार्रवाई का प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

