चौसा. शुक्रवार को प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर मोर्चा द्वारा पूर्व टोला शिव मंदिर, बनारपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक एवं बक्सर सदर विधायक का स्वागत समारोह का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता बृजेश राय ने की तथा संचालन अश्विनी कुमार चौबे द्वारा किया गया. बैठक में जिला प्रशासन, एसटीपीएल कंपनी तथा वीडीएसी कमेटी की बैठक में उठे मुद्दों पर विस्तृत जानकारी साझा किया गया एवं बक्सर सदर विधायक का स्वागत किया गया. वक्ताओं ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि चौसा थर्मल पावर प्लांट को बिना एफजीडी सिस्टम चालू किए ही शुरू कर दिया गया है. यह मशीन सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए अनिवार्य है. लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत से लगने वाला यह सिस्टम कंपनी द्वारा अब तक स्थापित नहीं किया गया, जिससे प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है. एनजीटी की अनुमति और नियमों का पालन किए बिना घनी आबादी के बीच मालगाड़ी से कोयले अनलोडिंग और डंफर में लोडिंग की जा रही है. कोयले से बिजली उत्पादन किया जा रहा है, जिससे आसपास के गांवों में दमा, टीबी और आंखों की बीमारियां तेजी से फैलने की आशंका की जा रही हैं. एसपीटीएल कंपनी और उसकी सहयोगी कंपनियों पर यह भी आरोप लगाया गया कि उन्होंने प्रभावित गांवों को नज़रअंदाज़ कर बाहरी लोगों को घूस लेकर नौकरी दी जा रही है. किसानों और मजदूरों ने आरोप लगाया कि 2013 भूमि अधिग्रहण अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है. प्रभावित ग्रामीणों, मजदूरों और महिलाओं पर फर्जी मुकदमे थोपे गये हैं, जिससे उनके जीवन और आजीविका पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. इस दौरान रामप्रवेश सिंह यादव, नंदलाल सिंह, नरेंद्र तिवारी, मुन्ना तिवारी सहित बड़ी संख्या में किसान, बेरोजगार नौजवान, महिला मजदूर एवं एसपीटीएल परियोजना से प्रभावित स्थानीय ग्रामीण उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

