बक्सर
. जिले के डुमरांव, इटाढी, चौगाईं व केसठ प्रखंड अंतर्गत चयनित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) पर गठित रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) के कार्यों की समीक्षा की गई. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ. शैलेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पीएसपी के कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. बैठक में डीवीबीडीसीओ को बताया गया कि जिले के डुमरांव प्रखंड अंतर्गत कोरानसराय, लाखनडिहरा, नंदन व धरहरा, इटाढी प्रखंड के हरपुर, महिला व उनवास, चौगाईं के वीरपुर तथा केसठ प्रखंड के कतिकनार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पीएसपी का संचालन किया जा रहा है. जिसमें पंचायत के विभिन्न संस्थानों व फाइलेरिया मरीजों के माध्यम से समय समय पर लोगों को जागरूक करने के लिए गतिविधियों का संचालन किया जाता है. इससे न केवल मरीजों बल्कि स्कूली बच्चों व ग्रामीणों में फाइलेरिया समेत विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ी है. साथ ही, पीएसपी के माध्यम से फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण, किट के इस्तेमाल के साथ साथ दिव्यांगता प्रमाणपत्र भी बनाने का काम किया जा रहा है. डीवीबीडीसीओ डॉ. शैलेंद्र कुमार ने कहा कि जब उन्होंने पीएसपी को एचडब्ल्यूसी पर गठन व संचालन को लेकर पत्र निर्गत किया था, तब उन्होंने यह अंदाजा नहीं लगाया था कि ग्रामीण स्तर पर पीएसपी का कार्य इतना शानदार होगा. उन्होंने बैठक में शामिल पीएसपी के सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि पीएसपी के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है. जिसका प्रमाण आज हमारे सामने है. यदि समाज के लोग ऐसे ही जागरूक होकर अपने बीच के लोगों को जागरूक और उनके उत्थान के लिए प्रयासरत रहे तो संभवतः हम फाइलेरिया समेत अन्य बीमारियों के उन्मूलन के लक्ष्य को जरूर हासिल कर लेंगे. उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी सीएचओ को बताया कि सरकार द्वारा चयनित प्रखंडों में आज पीएसपी का गठन किया गया है और अभी कुछ एचडब्ल्यूसी पर पीएसपी का गठन होना बाकी है. लेकिन, जल्द ही सभी एचडब्ल्यूसी पर पीएसपी का गठित करने की संभावना है. पीएसपी सदस्यों ने रखी अपनी अपनी बात :बैठक में एक ओर जहां पीएसपी का नेतृत्व करने वाले सीएचओ ने अपनी बातों का रखा, वहीं पीएसपी के सदस्यों ने अपने अपने विचार डीवीबीडीसीओ के साथ साझा किया. इस क्रम में कोरानसराय मुखिया कांती देवी के प्रतिनिधि विकास सिंह ने बताया कि पीसएपी गठन के साथ एचडब्ल्यूसी क्षेत्र में पीएसपी के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है. इन गतिविधियों के आयोजन से लोगों में जागरूकता बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि फाइलेरिया मरीजों में इससे पहले इतनी जागरूकता नहीं दिखती थी, लेकिन अब पीएसपी के सदस्य फाइलेरिया मरीजों को विभिन्न योजनाओं और सुविधाओं की जानकारी दे रहे हैं. इस कारण आज उनके पंचायत में लगभग 13 हाथीपांव के मरीजाें का यूडीआईडी कार्ड बन गया है. इसके लिए उनके पंचायत की आशा सुजाता देवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सुजाता देवी ने न केवल हाथीपांव के मरीजों का ऑनलाइन आवेदन कराया बल्कि मरीजों का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने में उनकी सहायता भी की.मरीजों ने साझा की अपनी स्थिति :वहीं हरपुर पंचायत से आई हाथीपांव की मरीज गीता देवी ने बताया कि पूर्व में उनके पैरों में सूजन काफी रहता था, लेकिन इस बीच एचडब्ल्यूसी पर एमएमडीपी किट के साथ उन्हें किट के इस्तेमाल की जानकारी दी गई. इसके बाद वो रोजाना पैरों की नियमित सफाई करने के साथ व्यायाम भी करती हैं. आज उनके पैरों का सूजन आधा हो गया है. जिससे उन्हें काफी सहूलियत हो रही है. इन सब बातों को सुनकर डीवीबीडीसीओ ने उत्साहित होकर कहा कि जिस प्रकार पीएसपी के सदस्य मिलकर कार्य कर रहे हैं, वो देख कर लगता है कि आगामी दिनों में निश्चित ही समाज से फाइलेरिया समेत अन्य बीमारियों का उन्मूलन कर सकेंगे. मौके पर वीडीसीओ, एफएलए, वीबीडीएस (डुमरांव, इटाढी व केसठ), सीएचओ(कोरान सराय, नंदन, धरहरा, कतिकनार, वीरपुर, हरपुर, उनवास व महिला), जीविका सीएम (वीरपुर), आशा कार्यकर्ता (कोरान सराय) व 15 फाइलेरिया मरीज (कोरान सराय, धरहरा व हरपुर) उपस्थित रहे.
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