ज्यादर लोग छठ का प्रसाद लेकर रिश्तेदारों के यहां जा रहे थे
दो दर्जन घायलों में कई की हालत बनी है गंभीर
संवाददाता, आरा/पीरो
शनिवार की सुबह बस चालक की लापरवाही ने अचानक ही छह लोगों की जान ले ली़ छठ के समापन के बाद जहां लोग अपनी खुशियों को बांटने औ महापर्व का प्रसाद खाने, खिलाने में व्यस्त थे, वहीं अचानक आयी बस हादसे की इस खबर ने लोगों के होश उड़ा दिये. दुर्घटना में मारे गये लोगों में से अधिकतर छठ का प्रसाद लेकर ही अपने नाते, रिश्तेदारों के यहां जा रहे थ़े लेकिन बस में सवार लोगों को इस बात का अंदेशा भी नहीं था कि उनकी यह यात्र जीवन की अंतिम यात्र साबित होगी़ बस में सवार घायलों और घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि बातों पर गौर करें तो इस भीषण हादसे के लिए बस के ड्राइवर को ही जिम्मेवार ठहराया जा सकता है़ बस में सवार लोगों की मानें तो गौरा बाजार से चलने के बाद से ही चालक बस को लापरवाह तरीके से चला रहा था़ शनिवार की सुबह करीब दस बजे जब ज्योति बस को लेकर उसका चालक बचरीफाल के लगभग तीन सौ गज पूर्व ब्रrास्थान के पास पहुंचा और साइकिल पर जा रहे गोविंदडीह निवासी मंतोष कुमार को ठोकर मार दी़ टक्कर की आवाज सुन कर बस में बैठे यात्री किसी अनहोनी की आशंका से सिहर उठ़े बस में बैठे यात्रियों ने शोर मचाते हुए बस को रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन लापरवाह चालक ने यात्रियों की एक नहीं सुनी़ चालक को इस बात की आशंका हुई कि बस की चपेट में आये साइकिल सवार की मौत हो चुकी है. ़इस कारण घबराये चालक ने बस की गति अचानक काफी तेज कर दी. इससे चीखते चिल्लाते यात्रियों को ले लहराती हुई बस बचरी फाल के समीप सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गयी और तीन मासूमों समेत छह लोग काल के मुंह में समा गय़े

