बक्सर. बक्सर स्टेशन का नाम बदलकर महर्षि विश्वामित्र स्टेशन करने को लेकर जिले में राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है. अखिल भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रख्यात भागवत वक्ता आचार्य डॉ भारतभूषण पाण्डेय ने सोमवार को जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा कि बक्सर, आरा आदि का नाम ऐतिहासिक-पौराणिक है. इसे बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है. राज्यसभा सांसद डॉ भीम सिंह द्वारा बक्सर तथा लोकसभा सांसद सुदामा प्रसाद द्वारा आरा के प्रस्तावित नाम परिवर्तन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आचार्य भारतभूषण ने कहा कि विदेशी आक्रांताओं द्वारा जिन पवित्र स्थानों को लांछित किया गया है, जैसे बख्तियारपुर, बिहार शरीफ आदि उनका नाम बदलकर उनकी प्राचीन पहचान पुनर्प्रतिष्ठित करना चाहिए. बक्सर की प्राचीन पौराणिक पहचान के साथ-साथ आधुनिक व ऐतिहासिक पहचान भी यथावत है. प्रसिद्ध युद्धों की भूमि रहने पर भी इसके नाम और स्वरूप में परिवर्तन नहीं हो सका. ऐसे में इसका नाम ज्यों-का-त्यों रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आरा भी ऐतिहासिक-पौराणिक महत्व का स्थल रहा है. इसके नाम में भी किसी प्रकार का परिवर्तन सर्वथा अनुचित होगा. उन्होंने कहा कि बख्तियारपुर का नाम नालंदा और बिहार शरीफ का नाम बिहार श्री कर कलंक को धोया जाना चाहिए.
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