चौसा : रोहिणी नक्षत्र 9 जून को समाप्त हो जायेगा. मगर सोन नहर में अब तक पानी नहीं आया. जिससे किसानों की चिंता बढ़ने लगी है. धान का बीचड़ा डालने को लेकर किसान परेशान है. उनकी मानें तो धान का बिचड़ा डालने का यही माकूल समय है. क्षेत्र के सभी आहर, तालाब व नाले भी सूख गये हैं, ऐसे में किसान धान का बीचड़ा डालने को लेकर आसमान की तरफ टकटकी लगाये हैं.
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बीतने को है रोहिणी नक्षत्र, नहर से पानी नदारद
चौसा : रोहिणी नक्षत्र 9 जून को समाप्त हो जायेगा. मगर सोन नहर में अब तक पानी नहीं आया. जिससे किसानों की चिंता बढ़ने लगी है. धान का बीचड़ा डालने को लेकर किसान परेशान है. उनकी मानें तो धान का बिचड़ा डालने का यही माकूल समय है. क्षेत्र के सभी आहर, तालाब व नाले भी […]
किसानों का कहना है कि तीन दिनों बाद आद्रा नक्षत्र आ जायेगा. मगर अभी तक सोन नहर का पानी चौसा सीवीसी कैनाल में नहीं आया है. सोन नहर का पानी चौसा सीवीसी कैनाल में नहीं आने से रामपुर, डिहरी, पलियां, जलीलपुर, सिकरौल, सरेंजा पंचायत के दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों की परेशानी बढ़ गयी है.
एक चापाकल पर चार सौ लोगों की बुझती है प्यास
चौगाईं : स्थानीय प्रखंड में शुद्ध पेजयल की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. तीखी धूप में पानी के लिए लोगों का कंठ सूख रहा है. लेकिन इस पर कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रखंड के चौगाईं गांव के वार्ड नंबर सात के पासवान बस्ती में शुद्ध पानी की किल्लत उतपन्न हो गयी है. चार चापाकल हैं मगर एक चालू हालत में है.
शेष तीन चापाकल खराब पड़े हैं. जिस कारण 400 लोगों की प्यास एक ही चापाकल से बुझती है. रूपा देवी, लक्ष्मण पासी, उमेश पासवान, राहुल कुमार सहित कई लोगों ने कहा कि सरकार के द्वारा चलाये जा रहे हर घर जल का नल का पानी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच पा रहा है.
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