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बक्सर : तीन लाख में करवायी थी खूंटी की हत्या

बक्सर : जिले के चर्चित खूंटी यादव हत्याकांड में बक्सर पुलिस ने बड़ी सफलता अर्जित की है. तीन लाख रुपये की सुपारी देकर खूंटी यादव की हत्या करायी गयी थी. इस मामले में पुलिस ने रविवार की शाम तीन अपराधियों को सात हथियार 15 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है. खूंटी की हत्या भूमि विवाद […]

बक्सर : जिले के चर्चित खूंटी यादव हत्याकांड में बक्सर पुलिस ने बड़ी सफलता अर्जित की है. तीन लाख रुपये की सुपारी देकर खूंटी यादव की हत्या करायी गयी थी. इस मामले में पुलिस ने रविवार की शाम तीन अपराधियों को सात हथियार 15 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है.
खूंटी की हत्या भूमि विवाद में की गयी थी. उक्त बातें एसपी राकेश कुमार ने सोमवार को एसपी ऑफिस में प्रेसवार्ता के दौरान कहीं. एसपी ने बताया कि खूंटी यादव हत्या मामले की जांच की जा रही थी. तभी पुलिस को सूचना मिली कि इटाढ़ी थाने के रहनेवाले कुछ अपराधियों ने खूंटी की हत्या की है. सूचना मिलते ही एसडीपीओ सतीश कुमार के नेतृत्व में 13 पुलिसवालों की एक टीम गठित की गयी, जिसमें पुलिस ने इटाढ़ी थाना क्षेत्र के बगही और ओराप गांव में रविवार की देर रात छापेमारी की.
छापेमारी में बगही से उत्तम कुमार राम और दिनेश राय को गिरफ्तार किया गया. वहीं दोनों के निशानदेही पर ओराप गांव के जयशंकर सिंह को गिरफ्तार किया गया. तीनों के घरों से एक दो नाली बंदूक, एक एक नाली बंदूक, एक नाली राइफल, दो कट्टा, एक रिवाॅल्वर, एक देसी पिस्टल और 15 कारतूस बरामद किये गये.
जब सभी से पूछताछ की गयी तो सभी ने बताया कि जगदीशपुर के सरपंच चितरंजन चौधरी, ददन चौधरी, काउन चौधरी, रामेश्वर चौधरी ने दिनेश राय से खूंटी यादव की हत्या करने के लिए कहा था. तब दिनेश राय ने हत्या के लिए उत्तम राम और जयशंकर सिंह से मुलाकात की.
इसके बाद सरपंच चितरंजन चौधरी और उसके साथियों ने अपराधियों से खूंटी की हत्या करने के लिए तीन लाख रुपये में डील फिक्स की, जिसमें सरपंच ने डेढ़ लाख रुपये हत्या से पहले दिनेश राय को दिया.
इसके बाद अपराधियों ने खूंटी की हत्या करने के लिए प्लानिंग करना शुरू की. 18 मई को अपराधियों ने इटाढ़ी गुमटी पर खूंटी की गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी जिले से बाहर भाग गये.
दस साल की सजा मिल चुकी है उत्तम राम को : खूंटी हत्याकांड के आरोपितों में उत्तम राम को बक्सर कोर्ट से हत्या के मामले में दस साल की सजा मिल चुकी है. वह हाईकोर्ट से जमानत लेकर फिलहाल जेल से बाहर है.
एसपी राकेश कुमार ने बताया कि हत्या के मामले में उत्तम राम को दस साल की सजा मिल चुकी है. हाईकोर्ट से जमानत पर जेल से बाहर आया है.
इसके बाद घटना को अंजाम दे रहा है. उन्होंने बताया कि उसकी जमानत को खारिज करने के लिए भेजा जायेगा. उत्तम राम पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. साथ ही सभी गिरफ्तार अपराधियों की कुंडली खंगाली जा रही है.
पुरस्कृत होंगे अधिकारी : पुलिस की इस बड़ी उपलब्धि को लेकर एसपी राकेश कुमार ने अपराधियों की गिरफ्तारी और हथियार की बरामदगी को लेकर टीम को पुरस्कृत करने के लिए विभाग को भेजा है. एसपी राकेश कुमार ने बताया कि खूंटी हत्या कांड का खुलासा और भारी मात्रा में हथियार की बरामदगी करनेवाले पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत करने के लिए विभाग को भेजा जायेगा, जिसमें सदर एसडीपीओ सतीश कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, इटाढ़ी थानाध्यक्ष विवेक राज, धनसोईं थानाध्यक्ष अशोक कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक सरोज कुमार सिंह, रविशंकर कुमार, राजू कुमार, डीआईयू आलोक कुमार, सुदामा सिंह, शशि कुमार, अरविंद कुमार, मनीष कुमार और संतोष कुमार का नाम पुरस्कृत करने के लिए विभाग को भेजा जायेगा.
छह बीघा जमीन के लिए हुई थी खूंटी की हत्या
महज छह बीघा जमीन के लिए खूंटी की हत्या सरपंच चितरंजन ने करायी थी. खूंटी यादव ने जगदीशपुर में छह बीघा जमीन खरीदा था, जिसे लेकर सरपंच चितरंजन चौधरी के साथ विवाद चल रहा था. जमीन की लालच ने चितरंजन को आदमखोर बना दिया था, जिसके कारण चितरंजन ने खूंटी की हत्या कर दी. फिलहाल सरपंच चितरंजन और उसके पांच साथी अभी जेल में हैं.
तीन माह से अपराधी कर रहे थे रेकी
खूंटी की हत्या करने के लिए अपराधी तीन माह से रेकी कर रहे थे. बदमाश कई बार खूंटी पर गोली चलाना चाहे लेकिन खूंटी की किस्मत बचा लेती थी.
यही नहीं अपराधियों ने उसकी दुकान तक गये लेकिन बच गया. 18 मई को खूंटी यादव जैसे ही अपनी दुकान बंद कर घर की ओर जाने लगा. अपराधियों ने खूंटी का पीछा किया और इटाढ़ी गुमटी के पास खूंटी की गाड़ी रुकते ही गोली मारकर हत्या कर दी.

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