राजगीर. प्रखण्ड के मेयार पंचायत के बालिका विद्यालय मेयार में शुक्रवार की शाम महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना, उनकी समस्याओं को सुनना और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें लाभ से जोड़ना है. जीविका द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और प्रयासों की जानकारी ग्रामीण महिलाओं को दी गयी है. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गांव व पंचायत की महिलाओं ने भाग लिया. महिलाओं ने इस मौके पर खुलकर अपनी बातें रखी. कार्यक्रम का शुभारंभ बीपीएम अमित रंजन सिंह ने किया. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ एक नारा नहीं बल्कि सशक्त समाज की नींव है. संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सरकारी योजनाओं, उनके अधिकारों और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास के साधनों के प्रति जागरूक करना है. एलईडी स्क्रीन युक्त मोबाइल यूनिट द्वारा मां वैष्णो देवी ग्राम संगठन से जुड़ी महिलाओं और आसपास की महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी. इन योजनाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार, महिला सुरक्षा, स्वयं सहायता समूह, ऋण सुविधा और कौशल विकास से जुड़ी पहल शामिल है. मुखिया प्रतिनिधि एवं पैक्स अध्यक्ष अरुण कुमार द्वारा महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि जबतक महिलाएं सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत नहीं होंगी, तबतक समाज की प्रगति अधूरी रहेगी. उन्होंने शिक्षा, स्वरोजगार, सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा किया. इस अवसर पर महिलाओं द्वारा अपनी दैनिक समस्याएं भी साझा की गयी. यथा शौचालय की कमी, जलापूर्ति में बाधा, घरेलू हिंसा, बालिका शिक्षा की अनदेखी, योजनाओं की जानकारी के अभाव में उनका लाभ नहीं मिल पाना आदि. इन विषयों पर अधिकारियों ने समाधान देने का आश्वासन दिया. उनके द्वारा महिलाओं को बताया गया कि वे किस प्रकार सरकारी योजनाओं जैसे उज्ज्वला योजना, जननी सुरक्षा योजना, स्वयं सहायता समूह, और मुखिया कन्या विवाह योजना से लाभ उठा सकती हैं. महिलाओं ने वृद्धा पेंशन 400 से 3000 करने, राशन प्रति सदस्य 5 किलो से 30 किलो, वृद्धा पेंशन का उम्र 60 वर्ष तक घटकर 50 वर्ष करने की मांग की. नाली गली, पुस्तकालय और पेयजल का मुद्दा उठाया. महिला संवाद के दौरान महिलाओं को यह भी बताया गया कि वे पंचायत और स्थानीय प्रशासन से कैसे जुड़ें, अपने अधिकारों के लिए कैसे आवाज उठाएं और सामूहिक रूप से निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लें. इसके साथ ही कुछ महिलाओं द्वारा अपने सफल उद्यमों को साझा कर दूसरों को प्रेरित किया गया. कार्यक्रम में आजीविका विशेषज्ञ नित्यानंद कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक ज्ञानेंद्र राकेश, जिला प्रमुख अश्विनी कुमार, दिपिन्ति, सामुदायिक समन्वयक कुमारी मिंटू सिन्हा, बृजेश कुमार, प्रीति कुमारी, संगीता कुमारी सहित अन्य जीविकाकर्मी शामिल रहे.
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