बिहारशरीफ. पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नर्सें अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. सोमवार से जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर आए. ट्रेंड्स नर्स एसोसिएशन ऑफ बिहार के बैनर तले नर्सें ओपीडी कैंपस के पास धरना दे रही हैं. नालंदा जिला इकाई की जीएनएम अंजू कुमारी ने कहा कि उनकी दो प्रमुख मांगें हैं जिनमे पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए एवं सेवा अवधि बढ़ाकर 70 वर्ष की जाए. अंजू कुमारी ने साफ चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो न केवल पावापुरी बल्कि पूरे बिहार की स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो जाएंगी. वर्तमान में पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 173 जीएनएम नर्सें कार्यरत हैं. हालांकि, हड़ताल के बावजूद अस्पताल की ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं. नर्सों का कहना है कि वे फिलहाल मरीजों की तकलीफ़ को ध्यान में रखकर संयम बरत रही हैं, लेकिन अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो राज्यव्यापी आंदोलन तय है. स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ कही जाने वाली नर्सों की यह हड़ताल आने वाले दिनों में गंभीर संकट खड़ा कर सकती है. हड़ताल लंबी खिंचने पर मरीजों की जान पर बन सकती है और अस्पतालों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है.
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